
उत्तरकाशी, 25 अक्टूबर 2025 | नीरज उत्तराखंडी — उत्तराखंड की रंवाई घाटी की होनहार बेटी दिव्या ज्योति बिजल्वाण ने वैश्विक मंच पर प्रदेश और देश का मान बढ़ाया है। उत्तरकाशी जनपद के दूरस्थ ग्राम पोरा निवासी दिव्या का चयन ब्राजील में आयोजित होने वाले 20वीं यूनाइटेड क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस ऑफ चिल्ड्रन एंड यूथ (COY20) में भारत के प्रतिनिधि के रूप में हुआ है।
यह प्रतिष्ठित सम्मेलन आगामी 6 से 8 नवंबर तक ब्राजील के फेडरल यूनिवर्सिटी ऑफ पारा, बेलेम में आयोजित होगा। यह आयोजन संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन रूपरेखा सम्मेलन (UNFCCC) के तत्वावधान में हर वर्ष आयोजित किया जाता है, जिसमें विश्वभर से युवा प्रतिनिधि पृथ्वी के भविष्य और जलवायु संकट से निपटने की रणनीतियों पर मंथन करते हैं।
उत्तराखंड की बेटी पहुंचेगी वैश्विक मंच तक
दिव्या ज्योति बिजल्वाण, ग्राम पोरा निवासी गुरु प्रसाद बिजल्वाण की सुपुत्री हैं। वह लंबे समय से पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन से जुड़े अभियानों में सक्रिय रही हैं। उनकी लगन, ज्ञान और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन तक पहुंचाया है।
COY20 सम्मेलन में वह भारत की युवा पीढ़ी की ओर से सतत विकास, जैव विविधता संरक्षण, जलवायु न्याय और हिमालयी पारिस्थितिकी के संरक्षण जैसे विषयों पर अपने विचार रखेंगी।
वैश्विक स्तर पर भारत की युवा आवाज़
COY (Conference of Youth) को संयुक्त राष्ट्र के मुख्य जलवायु सम्मेलन COP (Conference of Parties) का ‘युवा संस्करण’ माना जाता है। यहां दुनिया के सैकड़ों देशों से आए युवा नीति-निर्माताओं के समक्ष अपने सुझाव रखते हैं, जिन्हें बाद में COP में शामिल किया जाता है। इस वर्ष के सम्मेलन का थीम है — “Youth for a Resilient Planet” यानी लचीले और टिकाऊ ग्रह के लिए युवा आवाज़।
मुख्यमंत्री और जनप्रतिनिधियों ने दी शुभकामनाएं
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिव्या ज्योति से भेंट कर उन्हें शुभकामनाएं दीं और हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने कहा —
“दिव्या ज्योति जैसी प्रतिभाएं हमारे प्रदेश की प्रेरणा हैं। उत्तराखंड की बेटियां न केवल देश में बल्कि विश्व पटल पर राज्य का नाम रोशन कर रही हैं।”
वहीं पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल ने भी गर्व व्यक्त करते हुए कहा —
“दिव्या ज्योति ने रंवाई घाटी, पुरोला विधानसभा और पूरे उत्तराखंड का नाम गौरवान्वित किया है। आज हमारी बेटियां हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान रच रही हैं।”
रंवाई घाटी में हर्ष की लहर
दिव्या की इस असाधारण उपलब्धि की खबर से पूरे क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। स्थानीय लोगों, शिक्षकों और सामाजिक संगठनों ने इसे “उत्तराखंड की बेटियों के उभार की नई मिसाल” बताया। ग्रामीणों ने कहा कि दिव्या की सफलता पहाड़ की हर उस बेटी के लिए प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखती है।
एक नई प्रेरणा की कहानी
दिव्या ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को देते हुए कहा —
“यह अवसर मेरे लिए केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारत के हर युवा की आवाज़ को वैश्विक मंच तक पहुंचाने की जिम्मेदारी है। मैं चाहती हूं कि हमारी आने वाली पीढ़ी स्वच्छ पर्यावरण और सुरक्षित जलवायु में सांस ले।”
दिव्या ज्योति बिजल्वाण की यह उपलब्धि न केवल उत्तराखंड बल्कि संपूर्ण भारत के लिए गर्व का क्षण है। पर्वतीय क्षेत्र की इस बेटी ने यह साबित कर दिया है कि अगर संकल्प मजबूत हो, तो भौगोलिक सीमाएं भी वैश्विक सपनों को नहीं रोक सकतीं।



