Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन सफल हुआ है। टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है। गौरतलब है कि इस टनल में 41 मजदूर फंसे हुए थे, जिन्हें बाहर निकालने के लिए बीते 16 दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था। आज रेस्क्यू ऑपरेशन का 17वां दिन है और मजदूरों को टनल से बाहर निकाला गया है। देशभर की नजर इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर थी और देश के पीएम और उत्तराखंड के सीएम खुद पल-पल का अपडेट ले रहे थे।
#WATCH उत्तरकाशी (उत्तराखंड): सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सिल्क्यारा सुरंग के अंदर से बचाए गए श्रमिकों से मुलाकात की। pic.twitter.com/wKYOmOifGh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2023
आपको बता दें कि सिलक्यारा टनल उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। 12 नवंबर को इस टनल का एक हिस्सा गिर गया था, जिससे मजदूर टनल के अंदर ही फंस गए थे। इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान तमाम बड़ी मशीनें फेल होती नजर आईं लेकिन रैट माइनर्स ने काफी कमाल दिखाया। ऑगर मशीन, वर्टिकल ड्रिलिंग, रैट माइनर्स की सहायता से इस रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। इस दौरान खुदाई करके पाइप डाले गए।
#WATCH उत्तरकाशी (उत्तराखंड): सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकाला जा रहा है, स्थानीय लोगों ने सिल्क्यारा सुरंग के बाहर मिठाइयां बांटी। pic.twitter.com/JJeiDSFNEM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2023
रेस्क्यू के दौरान एक समय ऐसा भी आया, जब अमेरिकी ऑगर मशीन भी फंस गई और फिर रैट माइनर टीमों ने वहीं से मैन्युअल ड्रिलिंग शुरू की। इन लोगों ने आगे की खुदाई हाथ से की, जिसके लिए इनके पास हथौड़ा, साबल और खुदाई करने वाले कई टूल्स थे। यह माइनिंग का एक तरीका है जिसका इस्तेमाल करके संकरे क्षेत्रों से कोयला निकाला जाता है। ‘रैट-होल’ टर्म जमीन में खोदे गए संकरे गड्ढों को दर्शाता है। यह गड्ढा आमतौर पर सिर्फ एक व्यक्ति के उतरने और कोयला निकालने के लिए होता है।