
उत्तराखण्ड पुलिस व एसटीएफ ने एक करोड के गांजे के साथ दबोचा नशा तस्कर
किच्छा में कंटेनर से 434 किलो गांजा बरामद
झारखण्ड से लायी जा रही थी नशे की सबसे बड़ी खेप
देहरादून। उधमसिंह नगर जिले के पुलभट्टा में पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की संयुक्त टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 434.738 किलोग्राम गांजा बरामद किया है। इस कार्रवाई के दौरान कंटेनर चालक राजू, जो ग्राम बेलवा, थाना फरधान, जिला लखीमपुर खीरी का निवासी है, को गिरफ्तार किया गया। राजू झारखंड से गांजा लेकर आया था और उसे बाजपुर में डिलीवर करने जा रहा था।
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि राजू ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह यह गांजा एक सुरेश गुप्ता के कहने पर लाया था। बरामद गांजे की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है। पुलिस और एसटीएफ की टीम आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है और उसके आपराधिक इतिहास की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि राजू पहले भी छोटे-मोटे अपराधों में शामिल रहा है, लेकिन इस स्तर की तस्करी में उसकी यह पहली बड़ी संलिप्तता सामने आई है।
अतिरिक्त जानकारी के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक कंटेनर में भारी मात्रा में गांजा तस्करी के लिए लाया जा रहा है। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से नाकाबंदी कर कंटेनर को पकड़ा। कंटेनर की तलाशी के दौरान गांजा बड़े-बड़े पैकेट्स में छिपाकर रखा गया था। पुलिस अब सुरेश गुप्ता की तलाश में जुट गई है, जो इस तस्करी का मुख्य मास्टरमाइंड माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, सुरेश गुप्ता का एक बड़ा नेटवर्क है, जो उत्तराखंड, झारखंड और उत्तर प्रदेश में सक्रिय है।
एसएसपी मिश्रा ने बताया कि यह कार्रवाई नशे के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है। पुलिस और एसटीएफ इस तस्करी के नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही हैं। इस घटना ने इलाके में सनसनी मचा दी है, और स्थानीय लोग पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं। साथ ही, लोग नशे की बढ़ती समस्या को लेकर चिंता भी जता रहे हैं और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने गांजे को जब्त कर लिया है और मामले में आगे की जांच जारी है। इस कार्रवाई से नशा तस्करी के खिलाफ एक मजबूत संदेश देने की कोशिश की गई