
चंपावत से पूर्व विधायक रहे कैलाश गहतोड़ी का शुक्रवार को निधन हो गया है। ये वही पूर्व विधायक थे, जिन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट छोड़ी थी। कैलाश गहतोड़ी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने शुक्रवार को मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहतोड़ी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। कैलाश गहतोड़ी के निधन की खबर से पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा से चुनाव हारे तो उसके बाद बीजेपी हाईकमान ने उनके ऊपर विश्वास रखते हुए उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री बनाया था। कैलाश चंद्र गहतोड़ी के निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुःख जताया।
वन विकास निगम के अध्यक्ष, पूर्व विधायक, प्रिय मित्र और बड़े भाई श्री कैलाश गहतोड़ी जी के निधन का पीड़ादायक समाचार सुन स्तब्ध हूं। कैलाश जी का जाना संगठन, प्रदेश के साथ-साथ मेरे लिए भी व्यक्तिगत क्षति है।
इस असीम कष्ट को शब्दों में बयान नहीं कर पा रहा हूँ। आपने अपना पूरा जीवन… pic.twitter.com/kay9iC0xeH
— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) May 3, 2024
मुख्यमंत्री धामी को 6 महीने में फिर से चुनाव जीत कर अपनी विधायकी को बचाना था। चंपावत से उस समय विधानसभा चुनाव में जीते कैलाश गहतोड़ी ने सीएम के लिए अपनी सीट छोड़ दी। मुख्यमंत्री धामी चंपावत से चुनाव लड़े और रिकॉर्ड जीत दर्ज करते हुए अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस की निर्मला गहतोड़ी को 55,025 मतों के अंतर से हरा दिया। गहतोड़ी को पार्टी ने राज्य वन विकास निगम का अध्यक्ष बनाया था। उनको कैबिनेट स्तर का दर्जा दिया गया था। कैलाश गहतोड़ी पिछले कुछ वर्षों से अस्वस्थ्य थे। बीमारी के उपचार के लिए वह कई बार विदेश भी गए। विगत शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके यमुना कॉलोनी स्थित आवास पहुंच कर मुलाकात की और कुशलक्षेम पूछी थी।