उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने 554वें प्रकाश पर्व के अवसर पर लखनऊ के आशियान इलाके में स्थिति गुरुद्वारे में पहुंचे। यहां उन्होंने कार्यक्रम में भाग लिया। इस बीच कई राज्यों के मुख्यमंत्री गुरुद्वारे पहुंचे। यहां उन्होंने मत्था टेका और राष्ट्र के नाम संदेश भी दिया। सीएम योगी ने यहां कहा कि सिख धर्म पूजा-पाठ के के गहन ज्ञान से भरा हुआ है। गुरुनानक देव जी ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया और इसे धार्मिक जागरूकता के कार्यक्रमों से जोड़ा। ये कार्यक्रम आगे बढ़े और परिणामस्वरूप देश और धर्म की रक्षा हुई। सीएम ने कहा कि गुरु तेगबहादुर, गुरु गोविंद सिंह और उनके चार साहिबजादे के साथ-साथ हजारों सिखों के बलिदान की कहानी देश को नई प्रेरणा देती है।
#WATCH | Lucknow: UP CM Yogi Adityanath says, "Sikh religion is filled with the deep wisdom of worship. Guru Nanak Dev Ji took this tradition ahead and connected it with the programmes of religious awareness. These programmes went ahead and resulted in the protection of the… pic.twitter.com/gtDlFvWNpf
— ANI (@ANI) November 27, 2023
उन्होंने कहा कि खालसा सिर्फ एक पंथ नहीं है। यह आस्था और देश की रक्षा के लिए गुरुओं के आशीर्वाद से निकली एक ज्योति है। जिसने विपरीत परिस्थितियों में विदेशी आक्रांताओं को झुकाया। गुरुनानक जयंती के अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी गुरुद्वारा पहुंचे। सीएम शिवराज रायसेन के ओबेदुल्लागं में स्थित गुरुद्वारा साहिब पहुंचे। यहां उन्होंने मत्था टेका। वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी गुरुद्वारे में मत्था टेका। खट्टर नादा साहिब गुरुद्वारे पहुंचे और प्रार्थना की। यहां उन्होंने गुरुनानक देव को श्रद्धांजलि दी।