
रॉयटर, वाशिंगटन | कभी एक-दूसरे के करीबी रहे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अरबपति उद्योगपति एलन मस्क के रिश्तों में अब खुलकर दरार आ गई है। सोशल मीडिया से शुरू हुआ यह टकराव अब सरकारी अनुबंधों की धमकी और शेयर बाजार में गिरावट तक पहुंच चुका है।
सरकारी अनुबंध खत्म करने की ट्रंप की धमकी
गुरुवार को ट्रंप ने एलन मस्क की कंपनियों — विशेषकर टेस्ला और स्पेसएक्स — के साथ सभी सरकारी अनुबंधों और सब्सिडी को खत्म करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि मस्क अब ‘ट्रंप डेरेंजमेंट सिंड्रोम’ से पीड़ित हैं और उन्हें व्हाइट हाउस की याद सता रही है। ट्रंप का यह बयान मस्क द्वारा टैक्स बिल की आलोचना किए जाने के बाद आया।
मस्क ने किया पलटवार, बोले- ट्रंप होते तो हार जाते
मस्क ने ट्रंप पर तीखा पलटवार करते हुए कहा, “अगर मैं न होता तो ट्रंप चुनाव हार जाते।” उन्होंने ट्रंप पर राजनीतिक बेवफाई का आरोप भी लगाया और कहा कि अब वक्त आ गया है एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने का, जो देश की 80% आबादी का प्रतिनिधित्व कर सके।
टेस्ला के शेयरों में भारी गिरावट
इस राजनीतिक खींचतान का असर बाजार पर भी पड़ा। टेस्ला के शेयर 14% से ज्यादा गिर गए, जिससे निवेशकों को बड़ा झटका लगा। मस्क ने ट्वीट कर कहा कि राष्ट्रपति के बयान के मद्देनजर स्पेसएक्स अब अपने ड्रैगन अंतरिक्ष यान मिशन को रोकने की योजना बना रहा है।
पुराने साथी, अब कट्टर प्रतिद्वंदी
यह विवाद ऐसे समय पर सामने आया है जब दोनों पहले चुनावी सहयोगी रहे हैं। एलन मस्क ने 2020 के चुनाव में ट्रंप के लिए भारी चंदा भी दिया था और उनके सलाहकार के रूप में भी कार्य किया। लेकिन हाल के दिनों में मस्क ने ट्रंप की नीतियों — खासतौर पर टैक्स बिल — की खुलकर आलोचना की है।
“मैं एलन से बहुत निराश हूं”: ट्रंप
ट्रंप ने कहा, “मेरे और एलन के अच्छे संबंध थे। लेकिन अब वह जिस तरह की राजनीति कर रहे हैं, उससे मैं बेहद निराश हूं। मैंने उन्हें बहुत समर्थन दिया था, लेकिन अब उनकी दिशा बदल गई है।”
ट्रंप और मस्क के बीच यह तीखा टकराव केवल व्यक्तिगत स्तर पर नहीं, बल्कि राजनीतिक और आर्थिक स्तर पर भी गंभीर प्रभाव डाल सकता है। यदि यह विवाद आगे बढ़ता है, तो इसके असर से अमेरिकी टेक उद्योग और राजनीतिक परिदृश्य दोनों प्रभावित हो सकते हैं।