
चूरू। राजस्थान के चूरू जिले में शनिवार को हुई एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया। जिले के तारानगर कस्बे में एक 22 वर्षीय बीए फाइनल की छात्रा पर उसके प्रेमी ने दिनदहाड़े चाकू से हमला कर दिया। हमले का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद से यह मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। छात्रा पर किए गए लगातार वारों ने न केवल उसकी जान को खतरे में डाल दिया, बल्कि कॉलेज परिसरों और सार्वजनिक स्थलों पर महिला सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना कैसे घटी?
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता रोज की तरह अपने कॉलेज के लिए निकली थी। कॉलेज परिसर के बाहर अचानक उसका प्रेमी विकास उससे मिलने आया। दोनों के बीच कुछ देर तक कहासुनी हुई और देखते ही देखते युवक ने अपने पास रखा चाकू निकालकर छात्रा पर हमला कर दिया।
चश्मदीदों ने बताया कि आरोपी ने छात्रा के गले और पीठ पर करीब 5 वार किए। इस दौरान छात्रा चीखते हुए जमीन पर गिर गई और आसपास भगदड़ मच गई। कॉलेज की अन्य छात्राओं और स्थानीय लोगों ने तुरंत मौके पर दौड़ लगाई।
लोगों ने दिखाई बहादुरी
हमले के बाद आरोपी भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन मौके पर मौजूद कुछ युवकों ने उसका पीछा कर पकड़ लिया। उसे काबू में करने के बाद भीड़ ने पुलिस को सूचना दी और आरोपी को थाने के हवाले कर दिया।
वहीं, घायल छात्रा को एक युवक ने अपनी बाइक पर बैठाकर तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल पहुँचाया। वहाँ से उसे प्राथमिक उपचार के बाद चूरू डीबी अस्पताल रेफर किया गया। हालत गंभीर होने के कारण देर शाम उसे जयपुर के बड़े अस्पताल में शिफ्ट किया गया, जहाँ फिलहाल उसका इलाज चल रहा है।
आरोपी का कबूलनामा
पुलिस पूछताछ में आरोपी विकास ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि उसका और पीड़िता का 5-6 साल से प्रेम संबंध था। हाल ही में किसी विवाद के चलते दोनों के बीच दूरी बढ़ गई थी। इसी नाराजगी में उसने छात्रा की हत्या की नीयत से हमला किया।
पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या आरोपी ने यह हमला पहले से योजनाबद्ध तरीके से किया था या यह अचानक गुस्से में उठाया गया कदम था। आरोपी से बरामद चाकू को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद तारानगर पुलिस मौके पर पहुँची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। चूरू पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आरोपी पर हत्या के प्रयास (IPC धारा 307) और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही पीड़िता के परिजनों को आश्वासन दिया गया है कि तेजी से चार्जशीट पेश कर मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराई जाएगी।
जिला प्रशासन ने भी घायल छात्रा के उपचार के लिए सभी संभव सहयोग देने का भरोसा दिलाया है।
महिला सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना राजस्थान में महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता खड़ी करती है। कॉलेज जैसे सार्वजनिक स्थल पर दिनदहाड़े इस तरह का हमला होना कानून-व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लगाता है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि लव-रिलेशनशिप से जुड़े अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे मामलों में अक्सर आरोपी, संबंध बिगड़ने पर हिंसक कदम उठा लेते हैं। यह न केवल अपराध है, बल्कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और स्वतंत्रता के अधिकार को भी चुनौती देता है।
विशेषज्ञों की राय
- मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि इस तरह की घटनाएँ युवाओं में बढ़ती भावनात्मक अस्थिरता और क्रोध प्रबंधन की कमी को दर्शाती हैं।
- कानून विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आरोपी दोषी साबित होता है, तो उसे कठोरतम सजा दी जानी चाहिए ताकि समाज में एक मजबूत संदेश जाए।
- वहीं, महिला अधिकार कार्यकर्ता मांग कर रहे हैं कि कॉलेज परिसरों और उनके आसपास सीसीटीवी निगरानी, हेल्पलाइन और सुरक्षा गार्ड्स की संख्या बढ़ाई जाए।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना से तारानगर कस्बे के लोग स्तब्ध हैं। कॉलेज के छात्रों ने हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की। कई अभिभावकों ने कहा कि वे अब अपनी बेटियों को अकेले कॉलेज भेजने से डर रहे हैं।
चूरू की यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि आखिर महिलाएँ कब और कहाँ सुरक्षित हैं? प्रेम संबंधों में उत्पन्न विवाद यदि हिंसा और हत्या के प्रयास में बदल जाएँ, तो यह न केवल व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए भी गहरी चिंता का विषय है।
फिलहाल, पीड़िता जयपुर के अस्पताल में जीवन और मौत से जूझ रही है और आरोपी सलाखों के पीछे है। लेकिन इस वारदात ने महिला सुरक्षा और युवा मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर गहरी बहस छेड़ दी है।



