
देहरादून/चंपावत : उत्तराखंड के लोक निर्माण विभाग (PWD) में आस्था आधारित अजीबो-गरीब आदेश ने प्रशासन को सख्त कार्रवाई के लिए विवश कर दिया है। लोहाघाट PWD कार्यालय से अधिशासी अभियंता द्वारा जारी “दो मुट्ठी चावल” वाला आदेश शासन को नागवार गुजरा। अब अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटा दिया गया है।
क्या था मामला?
PWD लोहाघाट कार्यालय में कार्यरत अभियंता जयप्रकाश की सर्विस बुक गुम हो गई थी। काफी प्रयासों के बाद जब दस्तावेज़ नहीं मिला तो अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार ने एक पत्र जारी किया, जिसमें सभी कर्मचारियों को दैवीय न्याय की प्रक्रिया के तहत अपने-अपने घर से दो-दो मुट्ठी चावल लाकर मंदिर में चढ़ाने के निर्देश दिए गए थे। पत्र में कहा गया था कि देवता स्वयं निर्णय देंगे कि दोषी कौन है।
विवाद और कार्रवाई:
यह पत्र जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और “द हिल इंडिया” जैसे मीडिया संस्थानों ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया, तो उत्तराखंड शासन हरकत में आया। लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज कुमार पांडे ने मामले को गंभीर मानते हुए पहले स्पष्टीकरण तलब किया, लेकिन अंतिम निर्णय का इंतज़ार किए बिना ही प्रशासनिक आधार पर कार्रवाई करते हुए आशुतोष कुमार को उनके पद से हटा दिया गया।
अब उन्हें मुख्य अभियंता कार्यालय, पौड़ी में संबद्ध किया गया है। यह निर्णय विभागीय छवि और कार्य संस्कृति पर प्रश्न खड़े करने वाले इस आदेश को लेकर ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत लिया गया कदम माना जा रहा है।
मुख्य तथ्य:
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स्थान: लोहाघाट, चंपावत
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विवादित आदेश: कर्मचारियों से चावल मांगकर मंदिर में चढ़ाने का निर्देश
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जिम्मेदार अधिकारी: अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार
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कार्रवाई: पद से हटाकर पौड़ी मुख्य अभियंता कार्यालय से संबद्ध किया गया
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आदेश जारीकर्ता: पंकज कुमार पांडे, सचिव, PWD