देशफीचर्ड

पीएम मोदी का बिहार दौरा: 36 हजार करोड़ की सौगात, बोले- हर गरीब को पक्का घर मिलने तक मोदी नहीं रुकेगा

पूर्णिया/पटना, 15 सितंबर (आईएएनएस): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बिहार के पूर्णिया जिले में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य को 36,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इस मौके पर पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना की उपलब्धियां गिनाईं और कहा कि बीते 11 वर्षों में केंद्र सरकार ने 4 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को पक्के घर उपलब्ध कराए हैं और अभी 3 करोड़ घरों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा, “जब तक हर गरीब को पक्का घर नहीं मिल जाता, मोदी रुकने और थमने वाला नहीं है।”


सीमांचल के विकास को बताया बिहार की तरक्की की कुंजी

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में खासतौर पर सीमांचल क्षेत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि इस इलाके का विकास बिहार की प्रगति से सीधे जुड़ा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और राजद की पूर्ववर्ती सरकारों के कुशासन ने इस क्षेत्र को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया।

पीएम मोदी ने कहा, “सीमांचल और पूर्वी भारत की तरक्की के बिना बिहार का समग्र विकास संभव नहीं है। यहां की जनता ने लंबे समय तक उपेक्षा झेली है, लेकिन एनडीए सरकार ने हालात बदलने की ठानी है।”


घुसपैठियों का मुद्दा गरमाया, डेमोग्राफी मिशन का जिक्र

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने सीमांचल और पूर्वी भारत में घुसपैठियों की समस्या का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि घुसपैठ के कारण कई राज्यों की डेमोग्राफी बदल रही है और यह गंभीर सामाजिक संकट का रूप ले रहा है।

उन्होंने कहा, “बिहार, बंगाल और असम जैसे राज्यों में लोग अपनी बेटियों और बहनों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। यही वजह है कि मैंने डेमोग्राफी मिशन की घोषणा की है। लेकिन वोट बैंक की राजनीति के कारण कांग्रेस और राजद जैसे दल घुसपैठियों की वकालत कर रहे हैं और उन्हें बचाने में लगे हैं।”


36 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन

पीएम मोदी ने बिहार में 36,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं से राज्य के बुनियादी ढांचे, सड़क नेटवर्क, ऊर्जा, और औद्योगिक क्षेत्र को नई गति मिलने की उम्मीद है।

इस अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जितना काम देश के लिए किया है, उतना ही बिहार के विकास के लिए भी कर रहे हैं।


मखाना से लेकर रेल इंजन तक, बिहार की बढ़ती पहचान

प्रधानमंत्री ने कहा कि मखाना सेक्टर के विकास के लिए उनकी सरकार ने 475 करोड़ रुपये की योजनाएं स्वीकृत की हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि बिहार के राजगीर में हॉकी एशिया कप जैसे अंतरराष्ट्रीय आयोजन हो चुके हैं।

पीएम मोदी ने गर्व के साथ कहा कि “मेड इन बिहार” रेल इंजन अब अफ्रीका तक निर्यात हो रहा है, जो राज्य की बढ़ती औद्योगिक क्षमता का प्रमाण है।


विपक्ष पर तीखा हमला: बिहार की साख को नुकसान पहुंचाया

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और राजद पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इन दलों ने बिहार की साख को गहरी चोट पहुंचाई है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसकी सहयोगी पार्टी ने बिहार की तुलना बीड़ी से की, जो राज्य का अपमान है।

उन्होंने कहा, “कांग्रेस और राजद ने बिहार को बदनाम करने की ठान ली थी। लेकिन आज एनडीए सरकार बिहार की छवि सुधारने और राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए काम कर रही है।”


महिलाओं की बदलती भूमिका: लखपति दीदी से ड्रोन दीदी तक

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और राजद को पिछले दो दशकों से सत्ता से बाहर रखने में सबसे बड़ी भूमिका बिहार की महिलाओं की रही है। उन्होंने कहा, “राजद शासनकाल में हत्या, बलात्कार और फिरौती की सबसे बड़ी शिकार बिहार की माताएं और बहनें ही थीं। लेकिन आज डबल इंजन सरकार में वही महिलाएं ‘लखपति दीदी’ और ‘ड्रोन दीदी’ बन रही हैं।”

प्रधानमंत्री ने विशेष तौर पर बिहार की महिलाओं को नमन करते हुए कहा कि वे अब राज्य की नई ताकत और आत्मनिर्भरता की मिसाल बन चुकी हैं।


बिहार की राजनीति और 2025 का समीकरण

विशेषज्ञों का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल विकास परियोजनाओं की दृष्टि से अहम है बल्कि राजनीतिक संदेशों से भी भरपूर है। सीमांचल और पूर्वी बिहार में घुसपैठ का मुद्दा उठाकर पीएम मोदी ने सीधे तौर पर वोट बैंक की राजनीति पर प्रहार किया है।

वहीं, महिलाओं और गरीब तबकों को साधने की कोशिश साफ झलकती है। आगामी विधानसभा चुनावों से पहले इस तरह के दौरे और घोषणाएं राजनीतिक माहौल को प्रभावित कर सकती हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा विकास की बड़ी घोषणाओं और राजनीतिक संदेशों से भरपूर रहा। जहां एक ओर उन्होंने 36,000 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी, वहीं दूसरी ओर विपक्ष पर तीखे हमले कर राज्य की राजनीति को गरमा दिया। सीमांचल के विकास, घुसपैठ के मुद्दे और महिलाओं की बदली स्थिति जैसे विषयों पर उनके संबोधन ने साफ संकेत दिए कि आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में यह दौरा अहम भूमिका निभाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button