
भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकी ठिकानों पर बड़ी सैन्य कार्रवाई की। सेना ने बताया कि इस अभियान में 100 आतंकियों को मार गिराया गया और 9 आतंकी कैंप तबाह किए गए। डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन का मकसद आतंकवादियों को खत्म करना और उनके नेटवर्क को ध्वस्त करना था।
सेना प्रमुखों की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि पाकिस्तान के साथ सीजफायर की बातचीत केवल DGMO स्तर पर हुई थी, न कि NSA या विदेश मंत्रियों के बीच। लेकिन कुछ ही घंटों में पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया, जिसका करारा जवाब दिया गया।
वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि नौसेना पूरी तरह से तैयार थी और कराची भी हमारे संभावित लक्ष्यों में था। एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि लाहौर, गुजरांवाला, मुरीदके और बहावलपुर में आतंकी अड्डों को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि हमने नागरिक ठिकानों को नुकसान नहीं पहुंचाया और कार्रवाई पूरी तरह सटीक व संयमित रही।
सेना ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के 30-40 जवान भी मारे गए हैं। भारत की ओर से भेजे गए हॉटलाइन संदेश में चेतावनी दी गई है कि अगला उल्लंघन हुआ तो और कठोर जवाब दिया जाएगा।
भारतीय वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख ठिकानों पर हमला किया। मुरीदके में लश्कर और बहावलपुर में जैश के अड्डे पूरी तरह तबाह किए गए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि ऑपरेशन के लिए सेना, वायुसेना और नौसेना ने संयुक्त रणनीति बनाई थी। भारतीय सेना ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक सैन्य कार्रवाई का संदेश दिया है।