उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले AI अतुल सुभाष की आत्महत्या का मामला देशभर में छाया हुआ है। आरोप है कि उनकी पत्नी ने कानूनी धाराओं का फायदा उठाकर सुभाष को प्रताड़ित किया। निकिता सिंघानिया ने अतुल सुभाष को कैसे-कैसे प्रताड़ित किया, जान देने से पहले सुभाष ने 24 पन्नों के नोट में एक-एक बात बताई है। सुसाइड नोट के मुताबिक निकिता सिंघानिया दो से चार लाख रुपये गुजारा भत्ते की डिमांड कर रही थी। क्या कानून का फायदा उठाकर सुभाष को जान देने के लिए मजबूर किया गया, यह सवाल उठ रहा है? इस मामले में उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी की प्रतिक्रिया सामने आई है। जब उनसे पूछा गया कि क्या ऐसे मामलों में कानून की समीक्षा करने की जरूरत है।
जवाब में मनोज तिवारी ने कहा कि कल उन्होंने भी एक वीडियो देखा है। मामला जौनपुर का है। तिवारी ने माना कि सख्त कानून बनाए जाने के बाद भी कुछ लोग सजा से बचने में कामयाब हो जाते हैं। इस मामले में कानून को लेकर जरूर समीक्षा की जाए, वे प्रयास करेंगें। मामले में हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद कंगना रनौत की प्रतिक्रिया भी आई है। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले सामने आने के बाद रिव्यू तो करना ही चाहिए। इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए एक अलग विंग भी बननी चाहिए।
इससे पहले अतुल के दोस्त जैक्सन ने भी चौंकाने वाली बातों का खुलासा किया था। जैक्सन ने कहा था कि सिस्टम की वजह से अतुल ने सुसाइड किया। लगातार अतुल का उत्पीड़न हुआ। सिस्टम ने अतुल को ये महसूस करवाया कि वह पुरुषों की मदद नहीं करेगा।