
भराड़ीसैंण (गैरसैंण), बुधवार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम सारकोट की ग्राम प्रधान प्रियंका नेगी ने भराड़ीसैंण में शिष्टाचार भेंट कर ग्रामीण क्षेत्र की आवश्यकताओं और समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान नेगी ने हाल ही में सारकोट गांव में हुए विकास कार्यों और भराड़ीसैंण से सारकोट के लिए सड़क निर्माण की स्वीकृति पर मुख्यमंत्री का आभार जताया।
प्रियंका नेगी ने मुख्यमंत्री से कहा कि सड़क निर्माण कार्य शुरू होने से गांव की दशकों पुरानी समस्या का समाधान हुआ है। इससे न केवल आवागमन सुगम होगा बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका के अवसर भी ग्रामीणों तक आसानी से पहुंचेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि सारकोट गांव को एक आदर्श मॉडल बनाने में ग्रामीण पूरे मनोयोग से सहयोग करेंगे।
गांव की प्रमुख मांगें
ग्राम प्रधान प्रियंका नेगी ने इस दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष गांव की सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं।
- गांव में जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए सोलर फेंसिंग की व्यवस्था
- गांव से जुड़ने वाले आंतरिक मार्गों का सुधार और रखरखाव
- महिलाओं के लिए स्वरोजगार योजनाएं और सशक्तिकरण कार्यक्रम
- गांव के रास्तों में सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना
- गैरसैंण के नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बाल रोग और महिला रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति
प्रियंका नेगी का कहना था कि ये मांगें केवल सारकोट गांव की ही नहीं, बल्कि आसपास के गांवों की जरूरतों से भी जुड़ी हुई हैं। खासतौर पर महिलाओं के लिए स्वरोजगार और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना अत्यंत आवश्यक है।
मुख्यमंत्री का आश्वासन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्राम प्रधान को बधाई देते हुए कहा कि सारकोट गांव को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने की दिशा में सरकार हरसंभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की ओर से उठाई गई सभी समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाएगा और इसके लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों एवं जिला प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए हैं।
सीएम धामी ने जोर देकर कहा कि सारकोट केवल एक गांव का नाम नहीं है, बल्कि यह राज्य के अन्य गांवों के लिए भी एक प्रेरणास्रोत और आदर्श मॉडल बनेगा। ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण और स्वरोजगार को सरकार अपनी प्राथमिकता मानकर आगे बढ़ा रही है।
सारकोट: पहाड़ की उम्मीदों का प्रतीक
सारकोट गांव को राज्य सरकार ने आदर्श ग्राम के रूप में चयनित किया है। यहां पर पिछले कुछ वर्षों में बुनियादी ढांचे, सड़क, शिक्षा और जलापूर्ति जैसी योजनाओं पर तेजी से कार्य हुआ है। ग्राम प्रधान प्रियंका नेगी का कहना है कि ग्रामीणों की सहभागिता से विकास योजनाएं और अधिक प्रभावी होंगी।
ग्रामीणों का मानना है कि यदि सरकार की योजनाओं को सही तरीके से लागू किया जाए तो सारकोट जैसे गांव न केवल आत्मनिर्भर बन सकते हैं बल्कि पहाड़ से हो रहे पलायन को भी रोका जा सकता है।
मौजूद रहे अधिकारी
मुख्यमंत्री और ग्राम प्रधान के बीच हुई इस बैठक में अपर सचिव मनमोहन मैनाली भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर पर प्राथमिकता के आधार पर सभी मांगों पर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।