
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता सचिन पायलट और उनकी पत्नी सारा पायलट का तलाक हो चुका है। सचिन ने टोंक विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरने के दौरान जो एफिडेविट दिया है, उसमें पत्नी के नाम के आगे तलाकशुदा लिखा है। बता दें कि सचिन पायलट ने साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान दिए हलफनामे में पत्नी के नाम के आगे सारा पायलट का जिक्र किया था। उस वक्त उन्होंने एफिडेविट में पत्नी सारा की संपत्ति की जानकारी भी दी थी। नामांकन में दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले पांच सालों में सचिन पायलट की संपत्ति लगभग दोगुनी हो गई है। पिछली बार हुए विधानसभा चुनावों में सचिन पायलट ने अपनी संपत्ति 3.8 करोड़ बताई थी। जबकि इस बार उन्होंने अपनी 7.5 करोड़ की संपत्ति का विवरण दिया है।
जिस शादी के लिए सचिन और सारा को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ा, वह शादी अब टूट चुकी है। ऐसे में हम आपको सचिन और सारा की लव स्टोरी के बारे में बताने जा रहे हैं। यूपी के सहारनपुर में जन्मे सचिन पायलट जब MBA की पढ़ाई करने के लिए लंदन स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ पेन्निसल्वानिया के वार्टन स्कूल ऑफ बिजनेस गए तो वहां उनकी मुलाकात जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला की बेटी सारा अब्दुल्ला से हुई। दोनों के बीच पढ़ाई के दौरान ही दोस्ती हुई और कुछ समय बाद ये दोस्ती प्यार में बदल गई।
सचिन और सारा ने जब शादी करने का फैसला लिया तो दोनों को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दरअसल सचिन गुर्जर परिवार से ताल्लुक रखते हैं, वहीं सारा एक रुढ़िवादी मुस्लिम फैमिली से थीं। सचिन और सारा का परिवार इस रिश्ते के लिए राजी नहीं था। सचिन और सारा की लव स्टोरी जब पब्लिक प्लेटफॉर्म पर सामने आई तो सारा के पिता फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ जम्मू कश्मीर में प्रदर्शन होने लगे और खुद फारुक की पार्टी के कई लोग उनके खिलाफ हो गए।
तसचिन पायलट और सारा की साल 2004 में शादी हुई थी. सारा जम्मू-कश्मीर के पर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला की बेटी और उमर उब्दुल्ला की बहन हैं. 9 साल पहले भी दोनों के अलग होने की चर्चा हुई थी लेकिन उस वक्त इन खबरों का सचिन पायलट ने खंडन कर दिया था. दिसंबर 2018 में सचिन पायलट ने जब डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी उस वक्त शपथ ग्रहण समारोह में सारा पायलट और उनके दोनों बेटे भी शामिल हुए थे.