Republic Day 2024: मिसाइल, टैंक और लॉन्चर के साथ भारतीय सैनिकों की चाल से गूंज उठा कर्तव्य पथ, देखें परेड की झलकियां
26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर भारत का 75वां गणतंत्र दिवस समारोह आयोजित किया गया। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का स्वागत किया और तिरंगा फहराया। गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत के विभिन्न सैन्य अंगों के सैनिकों ने परेड में भाग लिया जो कि हर साल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहते हैं। आइए देखते हैं सिख रेजिमेंट से लेकर नौसेना तक के सैनिकों द्वारा की गई परेड की झलकियां हमारी इस खबर के माध्यम से।
#WATCH | French President Emmanuel Macron tweets, "A great honor for France. Thank you, India."
He was the chief guest at the #RepublicDay2024 parade.
(Video: French President's 'X' account) pic.twitter.com/WZWnS3jRM9
— ANI (@ANI) January 26, 2024
भारतीय थलसेना की सिख रेजिमेंट की एक टुकड़ी ने मेजर सरबजीत सिंह की अगुवाई में शुक्रवार को 75वें गणतंत्र दिवस परेड के दौरान यहां कर्तव्य पथ पर मार्च किया। सिख रेजिमेंट की स्थापना ‘शेर-ए-पंजाब’ महाराजा रणजीत सिंह के सिपाहियों ने 1846 में की थी। अगली टुकड़ी मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर, जाट रेजिमेंटल सेंटर और आर्मी ऑर्डनेंस कोर सेंटर (एओसी) के 72 संगीतकारों का एक संयुक्त बैंड थी। इस बैंड का नेतृत्व एओसी सेंटर के सूबेदार अजय कुमार एन ने किया।
जम्मू कश्मीर लाइट इंफ्रैंट्री के जवानों ने भी परेड में भाग लिया। आर्मी एयर डिफेंस (एएडी) कॉलेज एंड सेंटर’, डोगरा रेजिमेंट सेंटर और भारतीय सेना सेवा कोर (एएससी) सेंटर (उत्तर) के संयुक्त बैंड ने ‘सारे जहां से अच्छा, हिंदुस्तान हमारा’ की धुन पर कर्तव्य पथ पर मार्च किया। इसके बाद कुमाऊं रेजिमेंट की एक टुकड़ी आई। बता दें कि ये यह पहली रेजिमेंट है जिसने आजादी के बाद जम्मू-कश्मीर में अभियान को अंजाम दिया था।
75वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर कर्तव्य पथ पर मद्रास रेजिमेंट के जवानों ने भी परेड में शानदार प्रस्तुति दी। इसके बाद बिहार रेजिमेंट ने बैंड के साथ प्रदर्शन किया। परेड में नौसेना और वायुसेना की टुकरियों ने भी भाग लिया है। कर्तव्य पथ पर मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MRSAM) को भी प्रदर्शित किया गया है। इस सिस्टम को DRDO) द्वारा इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) के सहयोग से विकसित किया गया है। मिसाइल को सशस्त्र बलों को मध्यम दूरी पर विभिन्न प्रकार के हवाई खतरे से रक्षा क्षमता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
गणतंत्र दिवस परेड में कर्तव्य पथ पर भारत में निर्मित उन्नत किस्म के पिनाका रॉकेट सिस्टम का भा प्रदर्शन किया गया है। बता दें कि पिनाका रॉकेट सिस्टम 44 सेकेंड में 12 रॉकेट दागने में सक्षम है। इसकी रेंज 90 किलोमीटर तक की है और इसे और शक्तिशाली बनाया जा रहा है। कई देशों ने इस हथियार में दिलचस्पी दिखाई है।