गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में वकील जय अनंत देहाद्राय ने तृणमूल कांग्रेस की नेता महुआ मोइत्रा के खिलाफ अपना मानहानि का मुकदमा वापस ले लिया. जस्टिस प्रतीक जालान ने अपने आदेश में कहा कि अभियोगी के वकील ने निर्देश मिलने पर मुकदमा वापस लेने की अनुमति मांगी. मुकदमा वापस लिए जाने के बाद कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया. अनंत देहाद्राय ने महुआ मोइत्रा पर मानहानि का मुकदमा किया था. उन्होंने तर्क दिया था कि पश्चिम बंगाल के पूर्व सांसद ने उनके खिलाफ कई मानहानि के आरोप लगाए और मीडिया को इंटरव्यू दिए, जिसमें आरोप लगाया गया कि वह “बेरोजगार” और “धोखेबाज” हैं.
गुरुवार को जब मामले पर सुनवाई की तो अनंत देहाद्राय की ओर से वकील राघव अवस्थी पेश हुए और कहा कि अगर महुआ मोइत्रा यह बयान देती हैं कि वह उनके खिलाफ कोई बयान नहीं देंगी, तो वह मुकदमा वापस लेने के लिए तैयार हैं. महुआ मोइत्रा की ओर से पेश वकील समुद्र सारंगी पेश हुए और कहा कि वह इस बारे में निर्देश लेंगे. जस्टिस प्रतीक जालान ने टिप्पणी की कि अनंत देहाद्राय का सुझाव सकारात्मक है कि अगर दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ व्यक्तिगत आरोप न लगाने के बारे में सहमति बनाते हैं और अगर विवाद को सार्वजनिक डोमेन से बाहर ले जाया जाता है, तो इससे दोनों पक्षों को फायदा होगा.