नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिकी दौरे पर हैं. इस दौरान वह एक के बाद एक ऐसा बयान दे रहे हैं, जिनसे राजनितिक गलियारों में हलचल बढ़ रही है. अब राहुल गांधी ने इंडियन मुस्लिम लीग पार्टी को ‘पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष’ कह कर नया मुद्दा खड़ा कर दिया है. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि यह ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’ था कि कुछ लोग देश में अभी भी मुस्लिम लीग का समर्थन करने वाले व्यक्ति को धर्मनिरपेक्ष मानते है. वहीं, बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इसे राहुल गांधी की मजबूरी बताया.
आपको बताते चलते है कि इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ की सहयोगी है. संसद से अयोग्य घोषित किए जाने से पहले राहुल गांधी वायनाड से लोकसभा सांसद थे. वाशिंगटन डीसी में नेशनल प्रेस क्लब में बातचीत के दौरान मुस्लिम लीग के साथ कांग्रेस के गठबंधन पर एक सवाल का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा, “मुस्लिम लीग पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष पार्टी है. मुस्लिम लीग के बारे में कुछ भी गैर-धर्मनिरपेक्ष नहीं है.
#WATCH | Washington, DC: …" Muslim League is a completely secular party, there is nothing non-secular about the Muslim League…": Congress leader Rahul Gandhi on being asked about Congress's alliance with Indian Union Muslim League (IUML) in Kerala pic.twitter.com/wXWa7t1bb0
— ANI (@ANI) June 1, 2023
भाजपा के अमित मालवीय ने कहा कि जिन्ना की मुस्लिम लीग, जो धार्मिक आधार पर भारत के विभाजन के लिए जिम्मेदार पार्टी है, राहुल गांधी के अनुसार एक ‘धर्मनिरपेक्ष’ पार्टी है. राहुल गांधी भले ही कम पढ़े-लिखे हैं, लेकिन वे यहां कपटी और कुटिल हैं…वायनाड में स्वीकार्य रहना भी उनकी मजबूरी है.
Jinnah’s Muslim League, the party responsible for India’s partition, on religious lines, according to Rahul Gandhi is a ‘secular’ party.
Rahul Gandhi, though poorly read, is simply being disingenuous and sinister here…
It is also his compulsion to remain acceptable in Wayanad. pic.twitter.com/sHVqjcGYLb
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 1, 2023