
G-20 समिट में हिस्सा लेने के लिए ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी शामिल हो रहे हैं। सुनक भारतीय मूल के हैं और ब्रिटिश पीएम बनने से पहले भी कई बार भारत आ चुके हैं। इसलिए उनके भारत आने पर ब्रिटिश मीडिया भी लगातार कवरेज कर रहा है। सुनक के भारत आने से पहले एक प्रमुख ब्रिटिश न्यूज पेपर ने ऐसा लेख प्रकाशित कर दिया, जिससे बवाल मच गया है। ब्रिटिश अखबार ‘संडे टाइम्स’ ने अपनी एक रिपोर्ट में हुमायूं के मकबरे को ‘हिंदुओं का आध्यात्मिक स्थल’ करार दे दिया, जिससे लोग भारी नाराजगी जता रहे हैं। अपनी रिपोर्ट में लिखा कि ‘उम्मीद है कि भारत यात्रा के दौरान ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक हिंदुओं के आध्यात्मिक स्थल हुमायूं का मकबरा जाएंगे।’
Apparently Rishi Sunak is so widely well-known and wildly popular in India, his officials expect him to be “mobbed” when he visits for G-20. Mr & Mrs Sunak will also be visiting “Humayun’s tomb, a spiritual landmark for Hindus”.
Trees were cut for this?https://t.co/TB9zIttBmS pic.twitter.com/kSUM4ACMm8
— Ashok Malik (@MalikAshok) September 3, 2023
संडे टाइम्स में यह लेख शनिवार को प्रकाशित हुआ, जिसका शीर्षक था- ‘ऋषि सुनक और कीर स्टार्मर के लिए गर्मियां खत्म हो गई हैं, लेकिन वे अभी भी समंदर किनारे ही हैं।’ लेख में सुनक और स्टार्मर के बीच अगले आम चुनावों को लेकर प्रतिस्पर्धा की बात की गई थी। स्टार्मर लेबर पार्टी के नेता हैं और सुनक कंजर्वेटिव पार्टी से प्रधानमंत्री चुनकर आए हैं। लेख में सुनक के हुमायूं का मकबरा जाने का जिक्र करते हुए संडे टाइम्स ने अपने लेख में लिखा, ‘उम्मीद है कि सुनक अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति, जो एक भारतीय अरबपति की बेटी हैं, के साथ हुमायूं का मकबरा जाएंगे और वहां फोटो खिचवाएंगे।