
संसद में मूर्तियों का स्थान बदलने पर जमकर बवाल हो रहा है। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने इस पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इसे लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ बताया है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी और एनडीए गठबंधन के नेता इसके समर्थन में हैं। सरकार का कहना है कि प्रेरणा स्थल से संसद परिसर की शोभा बढ़ेगी। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद भवन में ‘प्रेरणा स्थल’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि ये ऐसा स्थान है, जो हर भारतीय के लिए तीर्थ स्थल से कम नहीं होगा।
संसद परिसर में माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी के करकमलों से प्रेरणास्थल का लोकार्पण हुआ। प्रेरणास्थल के माध्यम से संसद भवन आने वाले आगंतुक अब एक ही स्थान पर देश की महान विभूतियों की प्रतिमाओं को नमन कर उनके जीवन, आदर्शों तथा देश के प्रति उनके योगदान से प्रेरणा ले सकेंगे। pic.twitter.com/9hiYxb2xY5
— Om Birla (@ombirlakota) June 16, 2024
मूर्तियों का स्थान बदलने पर सरकार ने सफाई दी है कि प्रेरणा स्थल से संसद परिसर की शोभा बढ़ेगी और देश की महान विभूतियों के दर्शन एक ही जगह हो सकेंगे। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद भवन में ‘प्रेरणा स्थल’ का उद्घाटन करने के बाद कहा, “प्रेरणा स्थल पर आकर प्रेरणा मिली है। ये ऐसा स्थान है जो हर भारतीय के लिए तीर्थ स्थल से कम नहीं होगा।” 17वीं लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, “आज उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रेरणा स्थल का लोकार्पण किया है। मुझे लगता है कि प्रेरणा स्थल आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।”