श्रीनगर – जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में मंगलवार दोपहर हुए भीषण आतंकी हमले ने एक बार फिर घाटी को सदमे में डाल दिया। बैसरन, जो कि पहलगाम से मात्र छह किलोमीटर दूर है, वहां तीन से अधिक हथियारबंद आतंकियों ने घुड़सवारी और पिकनिक मना रहे निर्दोष पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी।
इस हमले में अब तक 26 लोगों के मारे जाने और कई अन्य के घायल होने की पुष्टि हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना के समय वहां चीख-पुकार मच गई थी, लोग इधर-उधर भाग रहे थे, कुछ रो रहे थे तो कई बेहोश पड़े थे।
2019 में हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद यह अब तक का सबसे भयावह हमला माना जा रहा है।
घटना की खबर मिलते ही जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस और भारतीय सुरक्षा बल मौके पर पहुंच गए। घायलों को इलाज के लिए एंबुलेंस और हेलीकॉप्टर की मदद से अस्पतालों में पहुंचाया गया।
हमले की जानकारी मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़ दिल्ली लौटने का फैसला किया। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात की और हालात की जानकारी ली। इसके तुरंत बाद अमित शाह ने दिल्ली में हाईलेवल सुरक्षा बैठक की और श्रीनगर रवाना हो गए।
हमले की जिम्मेदारी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने ली है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि इसके पीछे पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 1 से 7 अप्रैल के बीच कश्मीर के कई पर्यटक स्थलों पर रेकी कराई गई थी।
घटनास्थल के पास से काली रंग की बिना नंबर प्लेट की बाइक बरामद हुई है, जिससे संदेह है कि आतंकी इसी से आए थे। यह भी आशंका है कि हमलावरों ने स्थान बदलने के लिए कई वाहनों का इस्तेमाल किया हो।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने इस हमले के विरोध में पूर्ण कश्मीर बंद का आह्वान किया है। उन्होंने सभी कश्मीरियों से इस बर्बर कृत्य के विरोध में एकजुट होने और मृतकों को श्रद्धांजलि देने की अपील की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा,
“जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। यह जघन्य कृत्य करने वालों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा।”
घटना के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी सहित कई वैश्विक नेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की और भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की है।
सरकार और पुलिस प्रशासन ने आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:
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श्रीनगर कंट्रोल रूम: 0194-2457543, 0194-2483651
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ADC श्रीनगर आदिल फ़रीद: 7006058623
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अनंतनाग पुलिस: 9596777669 / 01932-225870
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व्हाट्सएप सहायता: 9419051940
एक स्थानीय वर्कर ने बताया, “मैं वजू के लिए 100 मीटर दूर गया था, तभी गोलियों की आवाज आई। दौड़कर ऊपर पहुंचा तो तीन पर्यटकों को वहां से बचाकर अस्पताल पहुंचाया।”
पहलगाम, जो कश्मीर के सबसे शांत और सुंदर स्थलों में गिना जाता है, अब आतंक की एक और स्याह छाया से घिर गया है। यह हमला न केवल निर्दोषों के जीवन पर हमला था, बल्कि कश्मीर में सामान्य होते हालात और पर्यटन पर भी करारा प्रहार है।
भारत सरकार की चुनौती अब यह सुनिश्चित करने की है कि न केवल हमलावर पकड़े जाएं, बल्कि घाटी में आतंक की यह कड़ियां सदा के लिए तोड़ी जाएं।



