
AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मुंबई में वक्फ बोर्ड कानून और मुसलमानों से जुड़े मुद्दों पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, बीजेपी और सरकार इस पर झूठा एजेंडा और प्रोपेगेंडा फैला रही है. बीजेपी की सरकार वक्फ प्रॉपर्टी को बचाने के लिए नहीं बल्कि हमेशा के लिए वक्फ बोर्ड को खत्म करने के लिए लाई गई है. हिंदू धर्म में कोई कभी भी दान दे सकता है, लेकिन फिर मुस्लिम समुदाय में ऐसा भेदभाव क्यों. स्टेट वक्फ बोर्ड कमेटी में 8 से 9 नॉन मुस्लिम मेंबर को अपॉइंट करना चाह रहे हैं, क्यों? सरकार बोल रही है हिंदू वक्फ नहीं कर सकते, क्यों नहीं कर सकते. जब नॉन मुस्लिम मेंबर्स कमेटी में हो सकते है तो हिंदू वक्फ क्यों नही कर सकता.
यूपी के काशी बोर्ड में साफ लिखा हुआ है कि मेंबर को हिंदू होना आवश्यक है तो हमारे वक्फ बोर्ड में हिंदू क्यों लाना है? सिद्धिविनायक ट्रस्ट के प्रसाद, तिरुपति मंदिर के प्रसाद में एनिमल फैट मिलने से दिक्कत हो रही है, लेकिन वक्फ बोर्ड जो हमारे मुस्लिम धर्म का हिस्सा है, उसे क्यों आहत कर रहे है? महाविकास आघाड़ी में शामिल होने पर – कांग्रेस के महाराष्ट्र अध्यक्ष और एनसीपी अध्यक्ष को इम्तियाज जलील में लिखित में प्रस्ताव भेजा है, अब हमें महाविकास आघाड़ी में शामिल करना है या नहीं, यह उनका निर्णय है. हमने महाविकास आघाड़ी के नेताओं को औरंगाबाद की रैली में आमंत्रित किया, लेकिन वहां हिंसा होगई ये दलील देते हुए, उन्होंने हमारी रैली में सहभाग नहीं लिया.