
लोकतंत्र में संसद को सर्वोपरी माना गया है। भारत में लोकसभा और राज्यसभा हैं। लोकसभा में जनता के द्वारा चुने गए प्रतिनधि बैठते हैं और कानून बनाते हैं। लोकसभा में सर्वोच्च सदन का अध्यक्ष होता है। उसके निर्देश पर ही सदन की कार्रवाई होती है। इस समय मानसून का सत्र चल रहा है। पिछले कई दिनों से लोकसभा की कार्रवाई बेहद ही हंगामेदार हो रही है। जहां एकतरफ विपक्ष मणिपुर हिंसा के मसले पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग कर रहा है तो वहीं सत्ता पक्ष विपक्ष पर चर्चा से भागने का आरोप लगा रहा है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों के व्यवहार से नाराज होकर सदन की कार्रवाई में गैरमौजूद रह रहे हैं। उन्होंने इस बारे में सत्ता और विपक्ष को भी अवगत करा दिया है। सूत्रों के अनुसार, बिरला ने कहा है कि सदन की गरिमा उनके लिए सर्वोच्च है। और सदन में मर्यादा कायम रखा सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। सूत्रों के अनुसार, उन्हें सदन में कुछ सांसदों का व्यवहार अनुचित और सदन की परम्परा के विपरीत लगा है और जब तक सांसदों का व्यवहार नहीं सुधरता है वह कार्रवाई में शामिल नहीं होंगे।