एयर मार्शल संदीप सिंह, पीवीएसएम एवीएसएम वीएम एडीसी, ने राष्ट्र के लिए 39 साल की शानदार सेवा पूरी करने के बाद दिनांक 31 जनवरी 2023 को भारतीय वायु सेना से अपनी सेवानिवृत्ति होने पर वाइस चीफ ऑफ द एयर स्टाफ (वीसीएएस) का पद छोड़ दिया । वीसीएएस के ऑफिस से जाने के अवसर पर उन्हें वायु सेना मुख्यालय में औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय समर स्मारक पर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सशस्त्र बलों के जवानों के सम्मान में पुष्पांजलि अर्पित की ।
एयर मार्शल को दिनांक 22 दिसंबर 1983 को भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट के रूप में नियुक्त किया गया था । वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज के पूर्व छात्र हैं । वह एक प्रायोगिक टेस्ट पायलट और कैट ‘ए’ क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर हैं । उन्होंने अनेक विमान उड़ाए हैं और सुखोई-30 एमकेआई, मिग-29, मिग-21, किरण, एएन-32, एवरो, जगुआर और मिराज 2000 पर लगभग 4900 घंटे की अभियानगत और परीक्षण उड़ान का अनुभव है । उन्होंने भारत में सुखोई-30 एमकेआई विमान को शामिल करने, इसके उत्पादन और विमान को हथियारों से सुसज्जित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।
उन्होंने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण फील्ड असाइनमेंट संभाले जिनमें मॉस्को में सुखोई-30 प्रोजेक्ट टीम के प्रोजेक्ट टेस्ट पायलट, फ्रंटलाइन सुखोई-30एमकेआई स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर, एएसटीई में चीफ टेस्ट पायलट, दो फ्लाइंग बेस के कमांडर, असिस्टेंट चीफ ऑफ एयर स्टाफ (प्लान्स), कमांडेंट एएसटीई, पूर्वी वायुसेना कमान के वरिष्ठ वायु सेना अधिकारी और वायु सेना के उप प्रमुख जैसी जिम्मेदारियां शामिल हैं । वीसीएएस का कार्यभार संभालने से पहले वे दक्षिण पश्चिमी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ थे ।
उनकी असाधारण एवं उच्च कोटि की मेधावी सेवा के सम्मान में, एयर मार्शल को 2006 में वायु सेना पदक, 2013 में अति विशिष्ट सेवा पदक और 2022 में परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया । उन्हें दिनांक 30 सितंबर 2021 को भारत के राष्ट्रपति के मानद एयर एडीसी के रूप में नियुक्त किया गया ।