
रुद्रप्रयाग, 15 जून – उत्तराखंड में एक और हेलीकॉप्टर हादसा सामने आया है। रविवार सुबह आर्यन एविएशन कंपनी का एक हेलीकॉप्टर, जो केदारनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर गुप्तकाशी लौट रहा था, गौरी माई खर्क नामक स्थान पर क्रैश हो गया। हादसे में हेलीकॉप्टर सवार सभी सात लोगों की मौत हो गई है, जिनमें एक बच्चा और बीकेटीसी (बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति) का कर्मचारी भी शामिल है।
हादसे की जानकारी और रेस्क्यू ऑपरेशन
घटना की पुष्टि करते हुए पुलिस और युकाडा (UCAA) ने बताया कि यह स्थान गौरीकुंड से लगभग 5 किलोमीटर ऊपर पैदल रास्ते में स्थित है। क्रैश के बाद हेलीकॉप्टर पूरी तरह जल गया, और शवों की पहचान करना चुनौतीपूर्ण रहा।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस बल, व स्थानीय लोगों की मदद से सभी शव रिकवर कर लिए गए हैं।
हेलीकॉप्टर में सवार मृत यात्रियों की सूची:
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श्रद्धा राजकुमार जायसवाल (35 वर्ष) – महाराष्ट्र
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काशी (25 वर्ष) – महाराष्ट्र
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राजकुमार सुरेश जायसवाल (41 वर्ष) – गुजरात
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विक्रम रावत – बीकेटीसी कर्मचारी, उत्तराखंड
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विनोद देवी (66 वर्ष) – उत्तर प्रदेश
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तुष्टि सिंह (19 वर्ष) – उत्तर प्रदेश
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कैप्टन राजवीर सिंह चौहान (पायलट) – जयपुर
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, घाटी में अचानक मौसम बिगड़ गया, जिससे हेलीकॉप्टर के संचालन में कठिनाई आई। पायलट ने हेली को घाटी से बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन दुर्भाग्यवश वह सफल नहीं हो सका और हेली क्रैश हो गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हृदयविदारक हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। उन्होंने हेलीकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त एसओपी बनाए जाने के निर्देश पहले ही दिए हैं।
वहीं पौड़ी लोकसभा सांसद अनिल बलूनी ने भी घटना पर शोक जताते हुए कहा कि हादसे के जिम्मेदारों की गहन जांच होनी चाहिए।
गौरतलब है कि इसी महीने 7 जून को भी एक हेलीक्रैश की घटना सामने आई थी, जिसमें क्रिस्टल एविएशन का हेलीकॉप्टर बडासू हेलीपैड से केदारनाथ जाते समय तकनीकी खराबी के चलते राजमार्ग पर इमरजेंसी लैंडिंग करने को मजबूर हुआ था। उस हादसे में सभी यात्री सुरक्षित रहे थे।
उत्तराखंड में तीर्थ यात्रा के दौरान हेली सेवाएं अत्यंत आवश्यक हैं, लेकिन लगातार हो रहे हादसे इस पर नए सिरे से सुरक्षा मानकों की समीक्षा की मांग कर रहे हैं। अब ज़रूरत है कि सरकार न केवल सख्त एसओपी लागू करे बल्कि हेलीकॉप्टर ऑपरेटर कंपनियों की जवाबदेही तय करे।