पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पाकिस्तान दमनकारी नीति अपना रहा है. टैक्स, महंगाई और बिजली की किल्लत जैसे मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर उसने जमकर लाठी और आंसू गैस के गोले बरसाए. शनिवार को पाकिस्तान (Pakistan) की पुलिस और पाकिस्तान रेंजर्स ने कश्मीरियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की. उसने प्रदर्शनकारियों पर लाठी बरसाईं और हवाई फायरिंग की. बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे. हिंसा में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. स्थानीय लोगों के मार्च को रोकने के लिए यह कार्रवाई की गई. पाकिस्तान की सरकार अपने कब्जे वाले कश्मीर में कश्मीरियों के साथ गुलामों जैसा बर्ताव कर रही है. यहां बढ़ते टैक्स, महंगाई और बिजली की लोड शेडिंग के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों को निशाना बनाया गया.
पाकिस्तान की सरकार स्थानीय प्रदर्शनकारियों पर भारी ताकत का इस्तेमाल कर रही है. पाकिस्तान पुलिस के अलावा पाकिस्तानी रेंजर और यहां तक की फ्रंटियर कोर को भी प्रदर्शनकारियों के दमन के काम में लगाया गया है. पाकिस्तान पुलिस और सेना की तरफ से की गई इस हिंसा में दो व्यक्तियों की मौत हो गई है और दर्जनों लोग घायल हो गए हैं. करीब 70 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है. सवाल है कि आखिर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कश्मीरी सड़कों पर उतरने के लिए क्यों मजबूर हुए? वे इसलिए सड़कों पर उतरे क्योंकि पाकिस्तान की सरकार के फैसलों से वे तंग आ चुके हैं. जिस पीओके में कई पनबिजली परियोजनाएं हैं, उसे ही बिजली नहीं मिल रही. उसकी बिजली पाकिस्तान के दूसरे अलग-अलग शहरों में भेजी जा रही है.