
नागपुर | 25 अक्टूबर 2025 एयर इंडिया की नागपुर से दिल्ली जा रही एक यात्री उड़ान में शुक्रवार को बड़ा हादसा होते-होते टल गया। उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद विमान एक पक्षी से टकरा गया, जिसके कारण इंजन में तकनीकी खराबी आ गई। हालांकि, पायलट और चालक दल की तत्परता व सूझबूझ के चलते विमान को सुरक्षित रूप से नागपुर एयरपोर्ट पर वापस लैंड करा लिया गया। इस घटना में सभी यात्री सुरक्षित रहे।
यह हादसा 24 अक्टूबर (शुक्रवार) की सुबह हुआ, जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI-476 नागपुर से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। उड़ान के कुछ ही मिनटों बाद विमान के दाएँ इंजन में तेज झटका महसूस हुआ। कुछ सेकंड बाद कॉकपिट में बर्ड स्ट्राइक अलर्ट की चेतावनी दिखाई दी। तत्काल स्थिति को भांपते हुए पायलट ने नागपुर एटीसी (Air Traffic Control) से संपर्क किया और आपात लैंडिंग की अनुमति मांगी। अनुमति मिलते ही विमान को नियंत्रित ढंग से वापस नागपुर एयरपोर्ट पर उतारा गया।
चालक दल की त्वरित कार्रवाई से बची 180 यात्रियों की जान
सूत्रों के अनुसार, विमान में लगभग 180 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। विमान के टेकऑफ के तुरंत बाद बर्ड स्ट्राइक हुई थी। ऐसे मामलों में इंजन फेल होने का खतरा सबसे अधिक होता है। लेकिन पायलट इन-कमांड और को-पायलट ने तय प्रोटोकॉल के अनुसार स्थिति को संभाला और विमान को लगभग 20 मिनट के भीतर सुरक्षित उतार लिया।
एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, विमान की सुरक्षित लैंडिंग के बाद यात्रियों को तुरंत बाहर निकाला गया और सभी की सुरक्षा सुनिश्चित की गई। किसी के भी घायल होने की सूचना नहीं है।
जांच में इंजन ब्लेड को नुकसान की पुष्टि
एयर इंडिया के मेंटेनेंस विभाग की प्राथमिक जांच में पाया गया कि विमान के दाएँ इंजन के ब्लेड को पक्षी टकराने से नुकसान पहुंचा है। विमान को तकनीकी निरीक्षण और मरम्मत के लिए हैंगर में खड़ा कर दिया गया है। इंजीनियरिंग टीम ने विमान के इंजन की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
एयर इंडिया ने बयान जारी करते हुए कहा —
“हमारे चालक दल ने मानक सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन करते हुए नागपुर हवाई अड्डे पर विमान को सुरक्षित उतारा। यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी यात्री सुरक्षित हैं और उन्हें वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था कर दी गई है।”
क्या होता है बर्ड स्ट्राइक और क्यों बढ़ रही हैं घटनाएं?
“बर्ड स्ट्राइक” या “पक्षी टकराव” हवाई यात्रा में एक सामान्य लेकिन खतरनाक परिस्थिति मानी जाती है। जब कोई पक्षी विमान से टकरा जाता है, विशेष रूप से इंजन, विंडशील्ड या पंखों के हिस्से से, तब यह इंजन फेल होने या अन्य तकनीकी खराबियों का कारण बन सकता है।
भारत में हर साल दर्जनों ऐसे मामले सामने आते हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में देशभर में 1600 से अधिक बर्ड स्ट्राइक के मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें से कई उड़ानों को आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी।
विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि यह समस्या शहरीकरण और एयरपोर्ट के आसपास बढ़ती गंदगी, खुले कचरा स्थलों और जलाशयों की वजह से लगातार बढ़ रही है। ये जगहें पक्षियों को आकर्षित करती हैं, जिससे उड़ान क्षेत्र में उनका जमावड़ा होता है।
एयरपोर्ट प्रशासन ने दिए सफाई और मॉनिटरिंग के निर्देश
नागपुर एयरपोर्ट प्रशासन ने इस घटना के बाद तत्काल रनवे और आसपास के इलाकों की सफाई अभियान शुरू कर दी है। अधिकारियों ने एयरफील्ड के आसपास बर्ड मॉनिटरिंग स्क्वॉड की तैनाती बढ़ा दी है।
नागपुर एयरपोर्ट के निदेशक ने बताया —
“प्रारंभिक जांच में यह पुष्टि हुई है कि उड़ान के दौरान बर्ड स्ट्राइक हुआ था। घटना के बाद एयरपोर्ट पर सभी सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन किया गया। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी और गश्त बढ़ा दी गई है।”
यात्रियों ने पायलट और क्रू मेंबर्स की तारीफ की
विमान में मौजूद यात्रियों ने सोशल मीडिया पर चालक दल की सतर्कता की सराहना की। कई यात्रियों ने कहा कि इंजन से आवाज आने के बावजूद क्रू मेंबर्स ने शांतिपूर्वक यात्रियों को संभाला और किसी तरह की घबराहट नहीं फैलने दी।
दिल्ली की रहने वाली यात्री पूजा भटनागर, जो उस फ्लाइट में मौजूद थीं, ने पोस्ट किया —
“हमारे पायलट और केबिन क्रू ने गजब की सूझबूझ दिखाई। जब विमान वापस लैंड हुआ, तभी महसूस हुआ कि हम कितने बड़े खतरे से बचे हैं। एयर इंडिया टीम को सलाम।”
नागपुर-दिल्ली मार्ग पर यात्रियों को मिली वैकल्पिक उड़ानें
एयर इंडिया ने इस उड़ान के रद्द होने के बाद यात्रियों के लिए नई उड़ान और होटल ठहराव की व्यवस्था की। कंपनी के अनुसार, प्रभावित यात्रियों को या तो अगली फ्लाइट में समायोजित किया गया या उन्हें पूर्ण रिफंड की पेशकश की गई।
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा —
“हम अपने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए प्रतिबद्ध हैं। नागपुर से दिल्ली जाने वाले सभी यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानों की जानकारी दे दी गई है।”
नागपुर का हवाई अड्डा बना ‘बर्ड हिट ज़ोन’
विशेषज्ञों का मानना है कि नागपुर समेत कई मध्यम श्रेणी के हवाई अड्डों पर बर्ड स्ट्राइक की घटनाओं में लगातार वृद्धि हुई है। एयरपोर्ट के आसपास कचरा निस्तारण स्थल, खुले नाले और जलभराव वाले क्षेत्र पक्षियों को आकर्षित करते हैं।
पिछले दो वर्षों में नागपुर एयरपोर्ट पर ही ऐसे दर्जनों मामूली बर्ड स्ट्राइक मामले दर्ज किए गए हैं। हालांकि, शुक्रवार की घटना सबसे गंभीर मानी जा रही है क्योंकि यह पूरी उड़ान को खतरे में डाल सकती थी।
सतर्कता और त्वरित निर्णय से टला बड़ा हादसा
नागपुर से दिल्ली जा रही इस एयर इंडिया फ्लाइट की घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि पायलटों की सूझबूझ और ट्रेनिंग किस तरह सैकड़ों जिंदगियां बचा सकती है। अगर चालक दल ने समय पर निर्णय न लिया होता, तो यह एक बड़ी त्रासदी में बदल सकता था।
फिलहाल, एयर इंडिया और डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) इस घटना की जांच कर रहे हैं और रिपोर्ट मिलने के बाद आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।सुरक्षा पहले — यही मंत्र एक बार फिर साबित हुआ।पायलट की पेशेवर कुशलता और एयरपोर्ट प्रशासन की तत्परता के चलते देश ने एक संभावित हवाई हादसे से राहत की सांस ली है।



