देशफीचर्ड

“गलती आपकी, तोहमत दूसरों पर क्यों?” — राज्यसभा में खरगे का हमला, पहलगाम हमले पर सरकार को घेरा

खबर को सुने

नई दिल्ली | संवाददाता: संसद के मानसून सत्र 2025 का माहौल लगातार गर्म बना हुआ है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चल रही विस्तृत चर्चा के दूसरे दिन राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “अगर चूक हुई है तो उसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए, और अगर कोई जिम्मेदार है, तो उसे इस्तीफा देना चाहिए।”

खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “इस समय उन्हें चुनाव प्रचार नहीं, बल्कि दिल्ली में सर्वदलीय बैठक में होना चाहिए था।”


🔴 सदन में तीखी बहस, 16 घंटे चली चर्चा

सोमवार को लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन महादेव’ को लेकर हुई 16 घंटे लंबी विशेष चर्चा का सिलसिला मंगलवार को राज्यसभा में भी जारी रहा। चर्चा रात 1:52 बजे तक चली, जिसमें सरकार और विपक्ष के बीच तीखे आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिले।

गृह मंत्री अमित शाह ने सदन को बताया कि “पहलगाम आतंकी हमले में शामिल सभी आतंकियों को मार गिराया गया है और ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह सफल रहा है।” उन्होंने इसे सेना और खुफिया तंत्र की सटीकता का परिणाम बताया।


⚖️ “हमले को रोकने में चूक हुई है” — खरगे

राज्यसभा में बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार पर सीधा सवाल दागा:

“अगर देश में सात लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात हैं, तो आतंकवादी कैसे घुस आए और हमला कर सके?”
“सरकार को स्वीकार करना चाहिए कि इसमें सुरक्षा चूक हुई है और विफलता भी। जवाबदेही तय होनी चाहिए, चाहे वह खुफिया विभाग हो, गृह मंत्रालय हो या जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल।”

उन्होंने दोहराया कि “देश जानना चाहता है कि आखिर चूक किससे हुई?”


🎯 प्रधानमंत्री पर भी साधा निशाना

खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी के बिहार चुनाव प्रचार पर सवाल उठाते हुए कहा—

“देश में जब आतंकवाद पर चर्चा हो रही है, तब प्रधानमंत्री को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए थी, न कि जनसभाओं में व्यस्त रहना चाहिए था। यह संवेदनशीलता का सवाल है।”


🗣️ “सरकार की भूमिका सिर्फ ऑपरेशन के गुणगान तक सीमित नहीं हो सकती”

खरगे ने यह भी कहा कि:

“ऑपरेशन सफल हो, यह देश चाहता है। लेकिन जब हमले होते हैं, तब केवल जवाबी कार्रवाई की वाहवाही करना काफी नहीं। जवाबदेही तय करना भी उतना ही जरूरी है।”


🟠 भाजपा का पलटवार: “सेना का मनोबल तोड़ने की कोशिश”

सत्ता पक्ष के नेताओं ने खरगे की आलोचना को ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया और कहा कि

“जब सेना जान की बाज़ी लगाकर ऑपरेशन कर रही है, तब इस तरह के बयान सेना के मनोबल को नुकसान पहुंचा सकते हैं।”

गृह मंत्री ने यह भी कहा कि “सरकार जवाबदेही से भाग नहीं रही है, बल्कि पहले से ज्यादा सक्रियता से आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।”


अब निगाहें पीएम के संबोधन पर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम 7 बजे संसद में समापन भाषण देंगे। माना जा रहा है कि वे ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति, राष्ट्रीय सुरक्षा नीति, और विपक्ष के आरोपों पर अपना पक्ष रख सकते हैं।


📌 सवाल अभी भी कायम हैं:

  • क्या पहलगाम हमले में वाकई कोई चूक हुई?
  • जवाबदेही तय होगी या चर्चा में ही गुम हो जाएगी?
  • क्या सरकार केवल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता से राजनीतिक बढ़त लेना चाहती है?

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button