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उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) सदस्य मोहित उनियाल ने बताया कि यह महत्वपूर्ण समारोह पूरे देश से एआईसीसी प्रतिनिधियों को एक साथ लाएगा, जो भाजपा की जनविरोधी नीतियों और संविधान पर उनके हमले से उत्पन्न चुनौतियों पर विचार-विमर्श करेंगे, साथ ही पार्टी के भविष्य के कार्यों की रूपरेखा तैयार करेंगे।
सत्र की शुरुआत 8 अप्रैल को विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से होगी, जिसके बाद 9 अप्रैल को एआईसीसी प्रतिनिधियों की बैठक होगी। माननीय कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खरगे दोनों बैठकों की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी जी, लोकसभा में विपक्ष के नेता श्री राहुल गांधी जी, कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय पदाधिकारी, वरिष्ठ पार्टी नेता और अन्य एआईसीसी प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।
यह एआईसीसी सत्र बेलगावी विस्तारित सीडब्ल्यूसी बैठक (नव सत्याग्रह बैठक) में अपनाए गए प्रस्तावों की निरंतरता के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जिसने महात्मा गांधी की 1924 में INC सत्र की अध्यक्षता की 100वीं वर्षगांठ का जश्न मनाया था। महात्मा गांधी, डॉ. भीमराव अम्बेडकर और संविधान की विरासत को संरक्षित, सुरक्षित और बढ़ावा देने की तत्काल आवश्यकता को स्वीकार करते हुए, यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी 2025 और 26 जनवरी 2026 के बीच, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एक विशाल, राष्ट्रव्यापी सार्वजनिक अभियान चलाएगी, जिसे संविधान बचाओ राष्ट्रीय पदयात्रा कहा जाएगा, साथ ही महात्मा गांधी की जन्मभूमि गुजरात में एक एआईसीसी सत्र आयोजित किया जाएगा, जो उनके सत्य, अहिंसा और न्याय के आदर्शों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगा।
आगामी सत्र न केवल महत्वपूर्ण विचार-विमर्श के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा, बल्कि यह कांग्रेस पार्टी के सामूहिक संकल्प की भी पुष्टि करेगा कि वह आम लोगों की चिंताओं को दूर करेगी और राष्ट्र के लिए एक मजबूत वैकल्पिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करेगी।