
देहरादून। उत्तराखंड में अधिकारियों के बीच टकराव का एक ताज़ा मामला सामने आया है, जिसमें शासन के एक अपर सचिव और पुलिस दारोगा के बीच सड़क को लेकर हुई बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मामला प्रकाश में आते ही पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए संबंधित पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर कर दिया है।
वायरल वीडियो से हड़कंप
यह विवाद राज्य स्तरीय अनुसंधान और वित्त प्रशिक्षण केंद्र, देहरादून के पास स्थित एक क्षेत्र का है, जहां सरकारी भूमि से कॉलोनी तक रास्ता निकालने को लेकर विवाद चल रहा था। वीडियो में अपर सचिव अरुणेंद्र चौहान और झाझरा पुलिस चौकी प्रभारी हर्ष अरोड़ा के बीच गर्मागर्म बहस होती देखी जा सकती है।
वीडियो में सचिव चौहान, दारोगा पर कथित रूप से सरकारी जमीन पर रास्ता बनवाने की पैरवी करने वालों का समर्थन करने का आरोप लगाते नजर आ रहे हैं, जबकि दारोगा सचिव पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगा रहे हैं।
SSP ने की त्वरित कार्रवाई
वीडियो के सामने आने के कुछ ही घंटे के भीतर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अजय सिंह ने दारोगा हर्ष अरोड़ा को लाइन हाजिर कर दिया। हालांकि, अब तक ना तो सचिव चौहान की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने आया है, और ना ही पुलिस विभाग ने इस मामले पर सार्वजनिक टिप्पणी की है।
जमीन विवाद की पृष्ठभूमि
इस मामले की जड़ एक लंबे समय से चल रहे सरकारी जमीन पर रास्ता बनाए जाने के प्रयास से जुड़ी है। जानकारी के अनुसार, वित्त विभाग की जमीन से एक निजी कॉलोनी तक सड़क ले जाने की योजना पर विवाद हुआ। बताया जा रहा है कि इस रास्ते को खुलवाने के लिए पहले भी जिलाधिकारी को आवेदन दिए जा चुके हैं।
विवाद के बाद, सरकारी जमीन पर रास्ता निकालने की कोशिश करने वाले व्यक्ति पर मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है।
यह मामला क्यों है अहम?
सरकारी अधिकारियों और पुलिस के बीच इस तरह की तीखी झड़प का वीडियो सार्वजनिक होना, राज्य की प्रशासनिक कार्यप्रणाली और आंतरिक समन्वय पर सवाल खड़े करता है। साथ ही, यह मामला दर्शाता है कि भूमि विवादों के समाधान के दौरान पारदर्शिता और संयम कितने जरूरी हैं।