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‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज पर हाईकोर्ट की रोक, कन्हैयालाल हत्याकांड पर बनी फिल्म को झटका

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नई दिल्ली, 10 जुलाई 2025: कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज से ठीक एक दिन पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने बड़ा आदेश जारी करते हुए फिल्म की स्क्रीनिंग पर रोक लगा दी है। फिल्म शुक्रवार, 11 जुलाई को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली थी, लेकिन अब कोर्ट के फैसले के बाद इसकी रिलीज पर अनिश्चितता के बादल मंडराने लगे हैं।


क्या कहा हाईकोर्ट ने?

हाईकोर्ट ने यह रोक उस पुनरीक्षण याचिका के आधार पर लगाई है जिसमें केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) द्वारा फिल्म को दी गई मंजूरी को चुनौती दी गई थी। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि जब तक केंद्र सरकार इस याचिका पर फैसला नहीं ले लेती, तब तक फिल्म की रिलीज, प्रदर्शन या स्क्रीनिंग नहीं की जा सकती।


कन्हैयालाल हत्याकांड: पृष्ठभूमि

फिल्म की कहानी 2022 के उस दिल दहला देने वाले कांड पर आधारित है, जब 28 जून को राजस्थान के उदयपुर में दो इस्लामी कट्टरपंथियों ने टेलर कन्हैयालाल की दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। घटना के वीडियो वायरल होने के बाद पूरे देश में गुस्से की लहर दौड़ गई थी।
अब इसी वास्तविक घटना को आधार बनाकर ‘उदयपुर फाइल्स’ का निर्माण किया गया है।


फिल्म में कौन-कौन हैं?

बॉलीवुड एक्टर विजय राज फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। वे कन्हैयालाल की भूमिका में नजर आएंगे।
फिल्म में प्रीति, मुश्ताक खान और अन्य कलाकार भी अहम भूमिकाओं में हैं।
निर्देशन की बागडोर भारत एस श्रीनेट और जयंत सिन्हा ने संभाली है, जबकि कहानी लेखन अमित जानी, भरत सिंह और जयंत सिन्हा का संयुक्त प्रयास है।


फिल्म पर पहले से ही था विवाद

फिल्म की घोषणा के बाद से ही कई धार्मिक संगठनों और इस्लामी समूहों की ओर से इसका विरोध हो रहा था।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मौलाना अर्शद मदनी समेत कई संगठनों ने फिल्म को “भड़काऊ” और “सांप्रदायिक सौहार्द के लिए खतरा” बताया था।
इस विरोध को देखते हुए ही याचिकाकर्ताओं ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग करते हुए अदालत का रुख किया था।


क्या आगे रिलीज होगी फिल्म?

अब यह मामला केंद्र सरकार के फैसले पर टिका है। यदि सरकार पुनरीक्षण याचिका के खिलाफ फिल्म को हरी झंडी देती है, तो इसकी रिलीज का रास्ता साफ हो सकता है। फिलहाल निर्माता मंडली कोर्ट के फैसले पर कोई आधिकारिक बयान देने से बच रही है।


‘उदयपुर फाइल्स’ अब न केवल एक फिल्म है, बल्कि विचारों की अभिव्यक्ति और संवेदनशील मुद्दों के सिनेमा में चित्रण को लेकर नए बहस का केंद्र बन गई है। क्या यह फिल्म अब कभी बड़े पर्दे पर पहुंचेगी या कोर्ट की दहलीज पर अटक कर रह जाएगी — ये आने वाले दिनों में तय होगा।

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