सोनभद्र में दिल दहला देने वाली घटना: छोले के भगोने में गिरने से डेढ़ साल की बच्ची की मौत, दो साल पहले बहन की भी गई थी जान

सोनभद्र (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के सोनभद्र ज़िले से एक दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है, जहां एक ही परिवार की दूसरी मासूम बच्ची की जान खौलते गर्म पदार्थ की चपेट में आकर चली गई। डेढ़ साल की प्रिया, खेलते हुए खौलते छोले के भगोने में गिर गई, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गई। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
यह हादसा दुद्धी कस्बे में शुक्रवार की सुबह हुआ। बच्ची के पिता शैलेन्द्र, जो मूल रूप से झांसी निवासी हैं, दुद्धी बाजार में गोलगप्पे और चाट का ठेला लगाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। घटना के समय शैलेन्द्र छोले उबाल रहे थे और एक पल के लिए किसी अन्य काम में व्यस्त हो गए। तभी उनकी छोटी बेटी प्रिया खेलते-खेलते भगोने के पास पहुंची और उसमें गिर गई।
परिजन तुरंत बच्ची को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां से उसे गंभीर स्थिति में जिला अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद डॉक्टर उसे नहीं बचा सके। बच्ची की मौत उसी दिन हो गई।
इस घटना ने लोगों को दो साल पहले हुई एक और त्रासदी की याद दिला दी। शैलेन्द्र की बड़ी बेटी सौम्या की मौत भी इसी तरह साल 2023 में हो गई थी, जब वह मात्र दो साल की थी और उस पर गर्म दाल गिर गई थी। सौम्या की मौत के बाद अब छोटी बेटी प्रिया की असामयिक मौत ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
दुद्धी थाना प्रभारी मनोज सिंह ने बताया कि परिजनों ने पुलिस को इस घटना की जानकारी नहीं दी थी, लेकिन बाद में सूचना मिलने पर जांच की गई। अब तक की जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि मामला एक दुर्घटना का है।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि झुग्गियों, अस्थायी घरों और खुले किचन जैसी जगहों पर बच्चों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए। एक ही परिवार में दो-दो मासूमों की इस तरह मौत, प्रशासन और समाज दोनों के लिए एक गंभीर चेतावनी है.