
राजस्थान के उदयपुर में बेरोजगारी से तंग आकर एक युवक ने मंदिर में रखी मूर्तियों को तोड़ दिया और आग लगा दी. वह नौकरी न लगने से परेशान था. आरोपी ने कुबूला है कि वह बी-कॉम कर चुका था और नौकरी के लिए भटक रहा था. आरोपी मंदिर में आता था और नौकरी के लिए मन्नत मांगता था. परेशान होकर उसने यह हरकत कर डाली. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है. रोजगार न मिलने से वह आर्थिक रूप से कमजोर हो चुका था. नौकरी नहीं मिली तो वह शराब पीने लगा. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने शराब के नशे में मंदिर में तोड़फोड़ कर आग लगाई थी. वारदात के बाद से आरोपी फरार था.
पुलिस घटना के खुलासे के लिए जुटी हुई थी. सीसीटीवी फुटेज और अन्य पड़ताल से आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाब हासिल हुई. घटना उदयपुर जिले के गोवर्धन विलास थाना क्षेत्र के कुलदेवी धराल माताजी मंदिर की है. पुलिस ने बताया कि 19 मार्च को खजुरी गांव में स्थित मंदिर में रखी माता की मूर्ति में तोड़फोड़ की गई थी और वहां रखे कपड़े में आग लगा दी थी. थानाधिकारी प्रशिक्षु आईपीएस निश्चय प्रसाद ने बताया कि मंदिर के पुजारी ने मामला दर्ज कराया था. पुजारी ने शिकायत की थी कि कुछ असामाजिक तत्वों ने माता जी की मूर्तियों से तोड़फोड़ की और मंदिर में आग लगाकर फरार हो गए.