
इंदौर : मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए विवादित बयान पर अब कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के निर्देश पर बुधवार रात महू के मानपुर थाने में FIR दर्ज की गई है।
बताया जा रहा है कि महू के एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री विजय शाह ने बिना नाम लिए कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकवादियों की बहन कह दिया था। यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विवाद गहरा गया। हाईकोर्ट की जबलपुर पीठ ने मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए मंत्री के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152, 196 और 197 के तहत मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।
विजय शाह ने पहलगाम हमले के बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देते हुए कहा था—
“मोदी जी ने उन लोगों को जवाब देने के लिए उनकी बहन को भेजा और ऐसी की तैसी करवाई।”
हालांकि उन्होंने कर्नल सोफिया का नाम नहीं लिया, लेकिन संदर्भ स्पष्ट था।
जैसे ही बयान का वीडियो सामने आया, सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। कांग्रेस ने मंत्री के इस्तीफे की मांग की और भोपाल स्थित उनके बंगले की नेमप्लेट पर कालिख पोत दी। ग्रामीण डीआईजी निमिष अग्रवाल ने FIR दर्ज होने की पुष्टि की है।
हाईकोर्ट के जस्टिस अतुल श्रीधरन और जस्टिस अनुराधा शुक्ला की बेंच ने डीजीपी को निर्देश दिया था कि चार घंटे के भीतर FIR दर्ज की जाए। इसके बाद मानपुर पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
विवाद बढ़ने पर विजय शाह ने बयान पर सफाई दी और माफी मांगते हुए कहा:
“मेरा मन बहुत दुखी था, इसलिए मुंह से ऐसी बात निकल गई। अगर किसी को ठेस पहुंची हो, तो मैं 10 बार माफी मांगता हूं। कर्नल सोफिया मेरे लिए बहन से भी ज्यादा सम्माननीय हैं।”
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
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भारतीय सेना की प्रतिष्ठित अधिकारी, 1999 बैच की कमीशंड अफसर
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2016 में UN Peace Mission में पुरुषों की टुकड़ी की कमान संभालने वाली पहली महिला
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हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर की अगुआई कर चर्चा में आईं
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बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट
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पति भी भारतीय सेना में कर्नल पद पर
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मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के नौगांव से गहरा नाता, यहीं पढ़ाई भी की
यह पूरा मामला इस बात को रेखांकित करता है कि राजनीतिक बयानबाजी की एक सीमा होती है, खासकर जब वह सेना और देश के लिए बलिदान देने वालों से जुड़ी हो।