भारतीय चुनाव आयोग ने मणिपुर के बाद अरुणाचल प्रदेश में भी दोबारा मतदान कराने का फैसला किया है। अरुणाचल प्रदेश में 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान में कई मतदान केंद्रों पर हिंसा हुई थी। इसके बाद चुनाव आयोग ने इन केंद्रों पर दोबारा मतदान कराने का फैसला किया है। यहां 19 अप्रैल को हुआ मतदान मान्य नहीं होगा। अरुणाचल प्रदेश में 19 अप्रैल को लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव के लिए भी पूरे राज्य में मतदान हुआ था। चुनाव आयोग के अधिकारी ने बताया कि अरुणाचल प्रदेस में विधानसभा चुनाव मतदान के दौरान हिंसा और ईवीएम को नुकसान पहुंचाने की खबरें आई थीं। चुनाव आयोग ने आठ मतदान केंद्रों में 19 अप्रैल को हुए मतदान को अमान्य करार देते हुए 24 अप्रैल को दोबारा मतदान की तारीख तय की है।
उप मुख्य चुनाव अधिकारी लिकेन कोयू ने बताया कि राज्य के आठ मतदान केंद्रों पर सुबह 6 बजे से दोपहर जो बजे तक मतदान होगा।चुनाव आयोग ने पूर्वी कामेंग जिले के बामेंग विधानसभा क्षेत्र में सारियो, कुरुंग कुमेय में न्यापिन विधानसभा सीट के लोंगटे लोथ, ऊपरी सुबनसिरी जिले में नाचो निर्वाचन क्षेत्र के डिंगसेर, बोगिया सियुम, जिम्बारी और लेंगी, सियांग जिले के रुमगोंग विधानसभा क्षेत्र के बोग्ने और मोलोम मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराने का फैसला किया है। अरुणाचल प्रदेश में 50 विधायकों के चयन के लिए 19 अप्रैल को मतदान किया था। यहां मतदान प्रतिशत 76.44 रहा था। राज्य में 60 विधानसभा सीट हैं, लेकिन 10 सीटों पर उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव जीत चुके हैं।