UP: वृंदावन में जन्माष्टमी पर हाई अलर्ट, ड्रोन–CCTV से निगरानी, लाखों श्रद्धालुओं के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस
मंदिरों को सेक्टर–ज़ोन में बांटा, होल्डिंग एरिया तैयार; कॉल सेंटर से रीयल टाइम मॉनिटरिंग, भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष प्लान

वृंदावन, मथुरा (सू.वि) — कृष्ण जन्मभूमि की पावन नगरी वृंदावन इस समय आस्था, उत्साह और सुरक्षा के अद्भुत संगम में तब्दील हो गई है। जन्माष्टमी महोत्सव के अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस-प्रशासन ने अभूतपूर्व सुरक्षा इंतज़ाम किए हैं। ड्रोन, CCTV, विशेष कॉल सेंटर और भीड़ प्रबंधन के लिए अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लेते हुए तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
भीड़ प्रबंधन के लिए सेक्टर और ज़ोन प्लान
शहर के प्रमुख मंदिरों, विशेषकर बांके बिहारी मंदिर, प्रेम मंदिर, इस्कॉन मंदिर और श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर को अलग-अलग सेक्टर और ज़ोन में बांटा गया है। प्रत्येक ज़ोन में अलग पुलिस प्रभारी, फायर यूनिट और मेडिकल टीम तैनात की गई है।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए होल्डिंग एरिया तैयार किए गए हैं, जहां श्रद्धालु लाइन में व्यवस्थित रहेंगे और वहां से चरणबद्ध तरीके से मंदिरों में प्रवेश देंगे।
ड्रोन और CCTV से चौकस निगरानी
पूरे शहर के मुख्य मार्गों और मंदिर परिसरों में हाई-रिज़ॉल्यूशन CCTV कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी लाइव फीड कंट्रोल रूम में देखी जा रही है। इसके साथ ही, ड्रोन कैमरे भीड़ के मूवमेंट पर आसमान से नजर रखेंगे।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि “किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी और भीड़ के दबाव को नियंत्रित करने के लिए वैकल्पिक मार्ग खोले जाएंगे।”
रीयल टाइम सूचना के लिए कॉल सेंटर
श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए 24×7 कॉल सेंटर सक्रिय किया गया है। यहां से न केवल सुरक्षा और ट्रैफिक से जुड़ी सूचना मिलेगी, बल्कि लापता बच्चों और बुजुर्गों को खोजने में भी यह केंद्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
ट्रैफिक पर खास निगरानी
जन्माष्टमी के दिनों में मथुरा–वृंदावन के आसपास यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पार्किंग ज़ोन शहर से बाहर बनाए गए हैं और श्रद्धालुओं को शटल बसों और ई-रिक्शा के माध्यम से मंदिर क्षेत्रों तक पहुंचाया जाएगा। कई मार्गों पर नो-व्हीकल ज़ोन घोषित किए गए हैं।
मेडिकल और आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट पर
भीड़भाड़ के बीच स्वास्थ्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए हर प्रमुख स्थान पर एंबुलेंस, मेडिकल टीम और फर्स्ट-एड पॉइंट्स तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्टैंडबाय मोड पर हैं।
श्रद्धा और सुरक्षा का संगम
इस वर्ष जन्माष्टमी पर रिकॉर्ड भीड़ आने का अनुमान है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि “हमारा उद्देश्य है कि श्रद्धालु बिना किसी भय और असुविधा के भगवान कृष्ण के दर्शन कर सकें।”
स्थानीय व्यापारी और होटल संचालक भी इस महोत्सव से उत्साहित हैं, क्योंकि इससे पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें, निर्धारित मार्गों और सुरक्षा नियमों का पालन करें और बच्चों पर विशेष ध्यान दें। भीड़ में धक्का-मुक्की से बचें और सुरक्षा कर्मियों के निर्देशों का पालन करें।
जन्माष्टमी महोत्सव में जहां एक ओर भक्तिरस और उल्लास का अद्वितीय माहौल है, वहीं दूसरी ओर सुरक्षा व्यवस्था इतनी मजबूत है कि हर श्रद्धालु अपने आप को सुरक्षित महसूस करेगा। वृंदावन इन दिनों सचमुच ‘धर्म, संस्कृति और अनुशासन’ की जीवंत मिसाल बना हुआ है।