
उत्तरकाशी, 11 अगस्त 2025 — उत्तराखंड के धराली क्षेत्र में आई विनाशकारी आपदा के बाद राज्य सरकार ने राहत और पुनर्वास की दिशा में अभूतपूर्व कदम उठाते हुए 98 आपदा प्रभावित परिवारों को पाँच-पाँच लाख रुपये की तत्कालिक आर्थिक सहायता प्रदान की है। यह राशि चेक के रूप में गंगोत्री विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेश सिंह चौहान द्वारा वितरित की गई।
5 अगस्त की विभीषिका और तत्काल एक्शन
5 अगस्त को उत्तरकाशी एवं पौड़ी जनपदों में आई भीषण प्राकृतिक आपदा ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया था। तेज बारिश, भूस्खलन और मलबे के सैलाब ने कई घर, होमस्टे और बुनियादी ढाँचे को पूरी तरह तबाह कर दिया। खेत, बागान और पशुधन को भारी नुकसान पहुँचा, जिससे सैकड़ों लोगों का जीवन संकट में आ गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा की सूचना मिलते ही प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, हालात का जायजा लिया और राहत कार्यों को तेज करने के लिए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने प्रभावित प्रत्येक परिवार को पाँच-पाँच लाख रुपये की तत्कालिक सहायता देने की घोषणा की थी, ताकि पीड़ित परिवार पुनर्वास की दिशा में पहला कदम उठा सकें।
त्वरित राहत, दीर्घकालिक योजना
आज धराली में इन 98 परिवारों को राहत राशि सौंपी गई। मुख्यमंत्री धामी ने कहा,
“यह सहायता सिर्फ शुरुआत है। हमारे लोग कठिन समय से गुजर रहे हैं, लेकिन हम उन्हें अकेला नहीं छोड़ेंगे। भवन, पशुधन और बागानों के नुकसान का आंकलन करने के लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है, जो सात दिन में रिपोर्ट देगी। उसी के आधार पर व्यापक पुनर्वास पैकेज तैयार किया जाएगा।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुनर्निर्माण और पुनर्वास कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि प्रभावित परिवार जल्द से जल्द अपने जीवन को फिर से संवार सकें।
स्थानीय सहयोग और जनआभार
चेक वितरण कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति रही। क्षेत्रीय नागरिकों ने सरकार की त्वरित कार्यवाही के लिए आभार जताया और उम्मीद जताई कि पुनर्वास योजना से धराली एक बार फिर अपनी पुरानी रौनक हासिल करेगा।
धराली — आपदा से जूझते पहाड़ की तस्वीर
धराली और आसपास के क्षेत्र इस समय मलबे के ढेर, टूटी सड़कों और बर्बाद घरों के बीच जूझ रहे हैं। लेकिन इस आपदा में भी एक उम्मीद की किरण है—सरकारी राहत, स्थानीय एकजुटता और पुनर्निर्माण की प्रतिबद्धता।
राज्य सरकार का यह कदम न केवल आर्थिक मदद का प्रतीक है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि आपदा के समय सरकार और जनता साथ-साथ खड़े हैं। आने वाले दिनों में समिति की रिपोर्ट और पुनर्वास पैकेज से उम्मीद है कि धराली फिर से जीवन की नई शुरुआत करेगा।