नई दिल्ली: नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के डायरेक्टर कैप्टन अनिल गिल को भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच चल रही है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री का कहना है, ”कदाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस है। ऐसे किसी भी मुद्दे से हमेशा कानून के मुताबिक सख्त कदम उठाए जाएंगे।”
सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय और डीजीसीए को एक गुमनाम ईमेल मिला था जिसमें गिल के खिलाफ आरोप लगाए गए थे। ईमेल में आरोप लगाया गया है कि गिल ने जबरदस्ती स्काईनेक्स एयरोफ्लाइट सॉल्यूशंस (डीजीसीए द्वारा अनुमोदित एफटीओ) नामक कंपनी को पाइपर पीए -28 विमान पर प्रशिक्षण के लिए चेक गणराज्य भेजने के लिए मजबूर किया।
सूत्रों के मुताबिक ईमेल में आरोप लगाया गया है कि गिल ने इन यात्राओं का इस्तेमाल अपनी बेनामी कंपनी सेबर्स कॉरपोरेट सॉल्यूशंस और विमान निर्माता (ब्रिस्टेल एयरक्राफ्ट) के बीच डीलरशिप संबंधों के लिए किया था ताकि कमीशन पाया जा सके। डीजीसीए के निदेशक कैप्टन अनिल गिल को सस्पेंड करने का मंत्रालय का फैसला डीजीसीए द्वारा उनके खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सौंपने के कुछ दिनों के बाद आया है।