
पुरी/भुवनेश्वर, 1 अगस्त। चीन के ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अलीएक्सप्रेस द्वारा भगवान जगन्नाथ के चित्र वाले पायदान की बिक्री को लेकर ओडिशा में गहरा विरोध शुरू हो गया है। इसे हिंदू भावनाओं का घोर अपमान मानते हुए श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाया है और पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है।
SJTA ने गुरुवार को दर्ज की गई शिकायत में कहा कि भगवान जगन्नाथ की छवि को पायदान पर छापना न केवल अपमानजनक है, बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करता है। प्रशासन ने इसे धार्मिक असंवेदनशीलता की श्रेणी में रखते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा ने भी इस मामले पर नाराज़गी जताई है और इसे ‘गंभीर धार्मिक अनादर’ बताया। उन्होंने कहा,
“महाप्रभु जगन्नाथ प्रत्येक ओड़िया के आत्मा और भावना से जुड़े हैं। अलीएक्सप्रेस द्वारा इस प्रकार के पायदान की बिक्री निंदनीय है। कंपनी को तत्काल यह उत्पाद हटाना चाहिए और वैश्विक हिंदू समुदाय से माफी मांगनी चाहिए।”
डिप्टी सीएम ने राज्य सरकार से भी इस प्रकरण में कड़ी कार्रवाई की मांग की है और केंद्र सरकार से ई-कॉमर्स पोर्टलों पर धार्मिक प्रतीकों के दुरुपयोग को रोकने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश बनाने की अपील की है।
SJTA का कड़ा रुख, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठेगा मुद्दा
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि यदि अलीएक्सप्रेस ने अपनी गलती नहीं मानी और उक्त उत्पादों को प्लेटफॉर्म से नहीं हटाया, तो यह मामला राजनयिक स्तर पर भी उठाया जा सकता है।
सोशल मीडिया पर भी उबाल
जैसे ही यह मामला सामने आया, सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। कई संगठनों और आम नागरिकों ने #BoycottAliExpress ट्रेंड करना शुरू कर दिया और इस कृत्य की तीव्र निंदा की।