
नई दिल्ली, 14 जुलाई 2025:मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की और उत्तराखण्ड राज्य के समग्र विकास से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर मार्गदर्शन प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार के सहयोग के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड “विकसित भारत 2047” के लक्ष्य में एक प्रभावशाली सहभागी बनने को प्रतिबद्ध है।
राज्य विकास से जुड़े प्रमुख प्रस्ताव और आग्रह:
- तीर्थ कॉरिडोर योजनाएं:
केदारनाथ और बदरीनाथ की तर्ज पर हरिद्वार एवं ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर तथा चंपावत स्थित शारदा कॉरिडोर के लिए मास्टर प्लान के अंतर्गत अवस्थापना विकास हेतु CSR के माध्यम से वित्तीय सहयोग का अनुरोध। - औद्योगिक और यातायात विकास:
- ऊधमसिंह नगर स्थित नेपा फार्म को सेमीकंडक्टर हब के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव।
- दिल्ली–मेरठ आरआरटीएस को हरिद्वार तक विस्तार देने का सुझाव।
- टनकपुर-बागेश्वर और ऋषिकेश-उत्तरकाशी रेल परियोजनाओं में मार्ग निर्माण शामिल किए जाने का आग्रह।
- नंदा राजजात यात्रा (2026):
अगस्त 2026 में आयोजित पर्वतीय महाकुंभ हेतु प्रधानमंत्री को आमंत्रण। पर्यावरण अनुकूल अवस्थापना विकास के लिए ₹400 करोड़ की केंद्रीय सहायता का अनुरोध। - महाकुंभ 2027 (हरिद्वार):
आयोजन हेतु आवश्यक कार्यों—पुल, पार्किंग, विद्युत, जल, परिवहन आदि—के लिए ₹3500 करोड़ की केंद्रीय सहायता की मांग। - विद्युत ढांचे का सुदृढ़ीकरण:
हरिद्वार एवं ऋषिकेश में विद्युत लाइनों के भूमिगतकरण व ऑटोमेशन हेतु ₹1015 करोड़ की डीपीआर को R.D.S.S. योजना के तहत स्वीकृति हेतु अनुरोध। - चौरासी कुटिया पुनरुद्धार:
ऐतिहासिक धरोहर चौरासी कुटिया के पुनर्स्थापन के लिए राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड से अनुमोदन का आग्रह। - पिण्डर-कोसी लिंक परियोजना:
ग्लेशियर आधारित नदियों को वर्षा आधारित नदियों से जोड़ने हेतु पिण्डर-कोसी लिंक परियोजना का प्रस्ताव, जिससे बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल के 625 गांवों को मिलेगा लाभ। - जल विद्युत परियोजनाएं:
कुल 596 मेगावाट की पांच परियोजनाओं के विकास हेतु कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति की संस्तुतियों के अनुरूप अनुमति का आग्रह।
प्रधानमंत्री का आश्वासन:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चारधाम यात्रा, आदि कैलाश यात्रा, नंदा राजजात, कुंभ 2027 और जल जीवन मिशन पर गहन चर्चा की और मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि उत्तराखण्ड के विकास में केंद्र सरकार हर सम्भव सहयोग प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को कार्तिकस्वामी मंदिर का प्रतिरूप, आदि कैलाश यात्रा पर आधारित कॉफी टेबल बुक और उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पाद (कनार का घी, लाल चावल, बासमती, काला जीरा, गंध रैण, जम्बू और शहद) भेंट किए।