उत्तराखंड: सरकार ने चारधाम यात्रा शुरू करने से पहले श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है सरकार ने मंगलवार को एक बयान जारी कर बताया कि चारधाम यात्रा के तीर्थयात्रियों को अब अपनी यात्रा शुरू करने से पहले अनिवार्य रूप से अपना पंजीकरण कराना होगा। सरकार ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे उत्तराखंड पर्यटन विभाग के पोर्टल पर उपलब्ध पंजीकरण स्लॉट की जांच के बाद ही अपनी यात्रा शुरू करें। अन्यथा उन्हें परेशानियों का सामना करना पड सकता है सरकार कि एडवाइजरी के मुताबिक किसी भी तीर्थयात्री को बिना रजिस्ट्रेशन के ऋषिकेश से आगे नहीं जाने दिया जाएगा।
पर्यटन विभाग ने राज्य में तीर्थयात्रियों के पंजीकरण के लिए एक निश्चित सीमा भी निर्धारित की है। चारधाम आने वाले तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुखद एवं सुरक्षित बनाने के लिए विभिन्न धामों की वहन क्षमता के अनुसार पंजीयन की सीमा निर्धारित कर दी गयी है. पर्यटन विभाग ने कहा कि पंजीकरण की उपलब्धता की जांच के बाद ही श्रद्धालुओं को अपनी यात्रा करनी चाहिए,
सरकार ने यात्रियों को चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सलाह का पालन करने का भी निर्देश दिया है। इससे पहले 11 मई को राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवारीयता की घोषणा की थी। पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने भी 13 मई को चार धाम यात्रा के प्रवेश और पंजीकरण स्थल पर स्वास्थ्य जांच की सुविधा शुरू की।
चारधाम यात्रा : पहाड़ों पर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक वाहनों की आवाजाही पर रोक