
आर्मी चीफ मनोज पांडे के कार्यकाल एक महीने के लिए बढ़ाए जाने के सरकार के फैसले पर एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति जताई है। जनरल मनोज पांडे को 31 मई को अपने पद से रिटायर होने वाले थे। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर एक के बाद कई ट्वीट कर सरकार की क्षमता पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि चुनाव प्रचार के दौरान आर्मी चीफ के कार्यकाल का विस्तार देना सही नहीं है। मोदी सरकार को पहले से उनकी रिटायरमेंट के बारे में अच्छी तरह से मालूम था फिर पहले ही मनोज पांडे की जगह लेने वाले अधिकारी का नाम तय हो जाना चाहिए था.
Our armed forces should be kept out of politics by the ruling party but over the last decade, we have seen the Modi regime use and misuse our soldiers for its electoral benefit. We have seen this on the China border where our soldiers are unable to patrol to the LAC. This latest…
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 26, 2024
नोटिफिकेशन में कहा गया, “मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने 26 मई को आर्मी के नियम 1954 के 16ए(4) के तहत आर्मी चीफ जनरल मनोज सी पांडे की सेवा में सेवानिवृत्ति की सामान्य आयु (31 मई) से एक महीने की अवधि यानी 30 जून तक के विस्तार को मंजूरी दे दी है।” अप्रैल 2022 में इस पद संभालने से पहले उन्होंने सेना के उप प्रमुख का पद संभाला था। जनरल मनोज पांडे को दिसंबर 1982 में कोर ऑफ इंजीनियर्स (द बॉम्बे सैपर्स) में कमीशन दिया गया था। जानकारी दे दें कि इस समय आर्मी में करीबन 1.2 मिलियन जवान हैं।
