उत्तराखंड: पहाड़ों में बारिश और भू-स्खलन ने भारी तबाही मचाई हुई है. कई जगहों पर भू-स्खलन की वजह से यातायात बाधित हो गया है. रूद्रप्रयाग जिले में पहाड़ के मलबे में दबने से सात लोगों की मौत हुई है.इस बीच, उत्तरकाशी में भारत-चीन सीमा पर नेलांग घाटी में चोरगाड नदी पर बना लोहे का एक पुल बारिश के पानी में बह गया. पुल का उपयोग भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, वन रक्षक और स्थानीय चरवाहे सहित स्थानीय लोग करते हैं.
इसके बह जाने से आईटीबीपी के जवानों को रेकी और दूसरे जवानों तक रसद पहुंचाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि आर्मी और आईटीबीपी के जवानों का हिमाचल प्रदेश को जोड़ने वाले विभिन्न मार्ग सहित अंतरराष्ट्रीय सीमा से संपर्क कट गया है. अधिकारियों ने कहा है कि पुल की जल्द ही मरम्मत कराई जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंगोत्री नेशनल पार्क के अधिकारियों ने इसको लेकर जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेजकर पूरे मामले से अवगत कराया है.
अफसरों के मुताबिक, इस फुटब्रिज का उपयोग जवान और आसपास के चरवाहे करते हैं. यह पुल हिमाचल प्रदेश सहित अंतरराष्ट्रीय सीमा को भी जोड़ने का काम करता है. बारिश की वजह से पुल का एक पिलर टूट गया और बारिश के पानी में बह गया. हाल के दिनों में उत्तराखंड में भारी बारिश हुई है. बारिश की वजह से नदियों का जल स्तर बढ़ गया है. वहीं, पहाड़ी इलाकों में कई जगहों पर भूस्खलन भी हुए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले पांच दिनों तक देहरादून, हरिद्वार सहित अलग-अलग जिलों में बारिश का मौसम बना रहेगा.