मुजफ्फरनगर में बड़ा एनकाउंटर: संजीव जीवा गैंग का शार्प शूटर शाहरुख ढेर, STF को बड़ी कामयाबी

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोमवार सुबह एक और बड़े अपराधी पर शिकंजा कसते हुए उसे मुठभेड़ में मार गिराया। कुख्यात अपराधी शाहरुख पठान, जो संजीव जीवा गैंग का शार्प शूटर था, आज सुबह मेरठ एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) के हाथों एनकाउंटर में मारा गया।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
प्राप्त जानकारी के मुताबिक:
- STF को इनपुट मिला था कि शाहरुख पठान मुजफ्फरनगर के छपार क्षेत्र में छिपा हुआ है।
- टीम ने तड़के इलाके की घेराबंदी की और सटीक कार्रवाई करते हुए बदमाश को चारों ओर से घेर लिया।
- मुठभेड़ के दौरान दोनों ओर से गोलियां चलीं। इसी बीच शाहरुख पठान को गोली लग गई।
- उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
- शाहरुख के साथ मौजूद अन्य बदमाश मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है।
कौन था शाहरुख पठान? अपराध की पूरी कुंडली:
- मूल रूप से मुजफ्फरनगर के खालापार इलाके का रहने वाला था।
- 2015 में अपराध की दुनिया में कदम रखा।
- 2016 में पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था, जो उसे एक खतरनाक व चुनौतीपूर्ण अपराधी बना गया।
- शाहरुख पर मुजफ्फरनगर, संभल, हरिद्वार समेत अन्य जिलों में हत्या, रंगदारी और हथियार अधिनियम जैसे डजनभर संगीन मुकदमे दर्ज थे।
बरामद हथियार और सामान: STF की बड़ी जब्ती
एनकाउंटर स्थल से STF ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किए हैं:
- ✔️ 30 एमएम बरेटा पिस्टल
- ✔️ 32 एमएम ऑर्डिनेंस रिवॉल्वर
- ✔️ 9 एमएम देशी पिस्टल
- ✔️ बिना नंबर की सफेद ब्रेजा कार
- ✔️ 46 ज़िंदा कारतूस (30 एमएम)
- ✔️ 10 ज़िंदा कारतूस (32 एमएम)
- ✔️ 7 ज़िंदा कारतूस (9 एमएम)
- ✔️ 6 खोखा कारतूस (31 एमएम)
यह ज़ब्ती बताती है कि आरोपी किसी बड़ी साजिश या अपराध को अंजाम देने की फिराक में था।
संजीव जीवा गैंग से संबंध और पुराना कनेक्शन
- शाहरुख पठान, संजीव जीवा गैंग का सक्रिय शार्प शूटर था।
- संजीव जीवा, जिसे मुख्तार अंसारी गैंग का करीबी माना जाता था, 2023 में लखनऊ में कोर्ट परिसर में मारा गया था।
- शाहरुख जीवा गैंग के एक्शन मोड में रहने वाले अपराधियों में से था, जो विरोधियों और गवाहों को ठिकाने लगाने जैसे काम करता था।
STF को बड़ी सफलता, पुलिस महकमे में सराहना
मेरठ जोन की STF की यह कार्रवाई गैंगस्टर नेटवर्क के विरुद्ध चल रही मुहिम का हिस्सा है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इसे रणनीतिक रूप से अहम एनकाउंटर बताया है, जिससे उत्तर प्रदेश में सक्रिय गिरोहों को एक स्पष्ट संदेश गया है।
ADG (STF) अमिताभ यश ने कहा:
“हमारा लक्ष्य संगठित अपराध को जड़ से उखाड़ फेंकना है। शाहरुख पठान जैसे खतरनाक अपराधी का मारा जाना, उसी दिशा में एक और निर्णायक कदम है।”
अपराधियों के लिए यूपी में अब नहीं बचने का मौका
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार और STF द्वारा अपराधियों के खिलाफ ‘ऑपरेशन क्लीन’ जारी है। शाहरुख पठान का खात्मा एक सक्रिय गैंग के ऑपरेशनल मोड को तोड़ने के रूप में देखा जा रहा है। इससे यह स्पष्ट होता है कि अब कानून के खिलाफ खड़े लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे कितने ही बड़े नेटवर्क से क्यों न जुड़े हों।