मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के प्राइवेट स्कूलों में हो रही लूट पर बड़ी कार्रवाई की गई है. जबलपुर जिला प्रशासन ने शहर के 9 थानों में स्कूल संचालकों के खिलाफ धारा 420, 471 और 472 के तहत एफआईआर दर्ज कराई है. 80 लोगों को आरोपी बनाया गया है. अभी तक पुलिस ने 21 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. जबलपुर में जिस तरह से प्राइवेट स्कूल, प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेताओं के साथ मिली भगत कर अभिभावकों को लूटने का काम कर रहे थे. इसका खुलासा जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना और पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने किया है. करीब दो महीना से जिला प्रशासन निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत 11 स्कूलों के संचालकों के खिलाफ FIR दर्ज की है. साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है.
जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि प्रशासन के पास प्राइवेट स्कूलों की मनमानी, फीस बढ़ोतरी और निश्चित दुकान से ही यूनिफॉर्म स्टेशनरी की खरीदारी का दबाव बनाने की शिकायत लगातार आ रही थी. इसके तहत जिला प्रशासन ने एक टीम गठित करते हुए इसकी जांच पड़ताल शुरू की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. जांच के दौरान जबलपुर के 11 नामी प्राइवेट स्कूलों में बड़ी गड़बड़ी देखने को मिली है. कलेक्टर ने बताया कि जबलपुर के 11 स्कूलों ने 21 हजार बच्चों के गार्जियन से 81 करोड़ 30 लाख रुपये की अतिरिक्त फीस वसूली है. इतना ही नहीं इन प्राइवेट स्कूलों ने पुस्तक विक्रेताओं और प्रकाशकों के साथ मिली भगत करके करोड़ों रुपयों की अंधाधुंध कमाई की है.