Breaking: Students from these 5 states of India are banned in Australian universities! read the report
◆ यूनिवर्सिटीज ने कहा, “लोग स्टूडेंड वीजा लेकर पढ़ने की बजाय नौकरी के लिए आ रह हैं”
Australian Student Visa: ऑस्ट्रेलिया में पढ़ने और फिर वहां नौकरी करने का सपना अब आसानी से पूरा नहीं हो सकेगा। ऑस्ट्रेलिया के कई विश्वविद्यालयों में भारत के पांच राज्यों (केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर समेत) के छात्रों को दाखिला देने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
ऑस्ट्रेलिया की कई यूनिवर्सिटीज ने भारत के 4 राज्यों और UT जम्मू-कश्मीर के छात्रों के एडमिशन पर बैन लगा दिया है। ऑस्ट्रेलियन न्यूज पेपर सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया की 2 बड़ी यूनिवर्सिटी ने अपने एजुकेशन एजेंट्स को पिछले हफ्ते एक लेटर लिखा था। इसमें पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के छात्रों का दाखिला नहीं करने का निर्देश दिया गया था।
ऑस्ट्रेलिया का होम अफेयर डिपार्टमेंट कश्मीर समेत इन 4 राज्यों के छात्रों की वीजा एप्लिकेशन लगातार खारिज कर रहा है। पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया की 4 यूनिवर्सिटी ने भारतीय छात्रों पर आरोप लगाए थे कि वो स्टूडेंट वीजा का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। कहा था- लोग स्टूडेंट वीजा लेकर पढ़ने की बजाय नौकरी के लिए ऑस्ट्रेलिया आ रहे हैं।
चार स्टूडेंट वीजा में एक फ्रॉड, दाखिले की पॉलिसी सख्त होगी
वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी ने बताया कि 2022 में कई भारतीय छात्रों ने दाखिले कराए, लेकिन पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। यूनिवर्सिटी ने एजेंट्स को बताया कि ऐसा करने वालों में ज्यादातर स्टूडेंट्स पंजाब, गुजरात और हरियाणा से हैं। इन राज्यों के छात्रों पर लगा बैन जून तक जारी रहेगा।
आगे ऐसा होने से रोकने के लिए दाखिले की पॉलिसी को और सख्त बनाया जा रहा है। होम अफेयर्स डिपार्टमेंट की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत से आने वाली हर 4 में से 1 स्टूडेंट वीजा की एप्लिकेशन फ्रॉड है। इसके चलते ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के लिए लगाई जाने वाली एप्लिकेशन का रिजेक्शन रेट भी बढ़ कर 24.3% हो गया है। जो पिछले 13 सालों में सबसे ज्यादा है।
भारतीयों छात्रों पर बैन लगाने वाले नोटिस को देखें…
दरअसल, नए बदलाव के तहत ऑस्ट्रेलिया में पढ़ने जाने वाले विदेशी छात्रों के काम करने पर लगी लिमिट को हटा दिया गया था। यानी अब छात्र कितने घंटे भी काम कर सकते हैं। हालांकि अब इस पॉलिसी को फिर से बदलने की तैयारी हो रही है। अल्बनीज सरकार फिर से छात्रों के काम करने के समय पर पाबंदी लगाने जा रही है।