पाकिस्तान में वैसे तो आये दिन अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होते रहते है। एक नए मामले में रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान में बुधवार को पंजाब प्रांत में इस्लाम की पवित्र पुस्तक के अपमान की आशंका में भीड़ आक्रामक हो गई। इस गुस्साई भीड़ ने करीब 8 चर्चों में तोड़फोड़ कर डाली। साथ ही आग भी लगा दी। चर्च के आसपास बने घरों को भी आग के हवाले कर दिया। इस घटना से इलाके में तनाव फैल गया। पाकिस्तान की सरकार ने अल्पसंख्यकों के रूप में रहने वाले ईसाई समुदाय के लोगों की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती की है।
पाकिस्तान की पुलिस ने बताया कि ये घटनाएं लाहौर से लगभग 130 किलोमीटर दूर फैसलाबाद जिले की जरनवाला तहसील में हुईं। आरोप है कि वहां एक ईसाई व्यक्ति और उसकी बहन ने कथित तौर पर इस्लामिक धार्मिक पवित्र किताब का अपमान किया और आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं। इसके बाद इलाके में नाराजगी बढ़ गई और भीड़ ने हमला बोल दिया। मामले में अब तक 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पाकिस्तानी अखबार ‘डान’ के अनुसार जरानवाला के पादरी इमरान भट्टी ने बताया कि भीड़ ने जरानवाला में पांच चर्चों को आग लगा दी।
अमेरिका के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि ‘हम इस बात से बहुत चिंतित हैं कि पाकिस्तान में कुरान के अपमान के आरोप में चर्चों और घरों को निशाना बनाया गया।’ हम अभिव्यक्ति की शांतिपूर्ण स्वतंत्रता और सभी के लिए धर्म और विश्वास की स्वतंत्रता के अधिकार का समर्थन करते हैं। जैसा कि हमने पहले कहा है कि हम हमेशा धार्मिक रूप से प्रेरित हिंसा की घटनाओं को लेकर चिंतित रहते हैं। हिंसा या हिंसा की धमकी कभी भी अभिव्यक्ति का स्वीकार्य रूप नहीं है। हम पाकिस्तानी अधिकारियों से इन आरोपों की पूरी जांच करने का आग्रह करते हैं और इसमें शामिल सभी लोगों के लिए शांति का आह्वान करते हैं।