
अल्मोड़ा/ताड़ीखेत | 23 दिसम्बर 2025 उत्तराखंड सरकार की ‘प्रशासन गाँव की ओर’ मुहिम के तहत विकासखंड ताड़ीखेत की न्याय पंचायत जैनोली में एक भव्य बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर की विशेषता यह रही कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने स्वयं ‘मुख्यसेवक’ के रूप में जनता के बीच पहुँचकर उनकी समस्याओं का समाधान किया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट संदेश दिया कि सरकार अब दफ्तरों से निकलकर सीधे जनता के द्वार पर खड़ी है।
मुख्यसेवक के स्टाल पर लगी फरियादियों की कतार
शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा स्टाल लगाए गए थे, लेकिन सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र मुख्यमंत्री का अपना स्टाल रहा। मुख्यमंत्री ने किसी औपचारिक मंच के बजाय ‘मुख्यसेवक’ के स्टाल पर बैठकर आम नागरिकों से मुलाकात की। उन्होंने न केवल लोगों की शिकायतें सुनीं, बल्कि प्राप्त पत्रों पर तत्काल संज्ञान लेते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को समयबद्ध निस्तारण के कड़े निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, “इन शिविरों का एकमात्र ध्येय यह है कि दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले बुजुर्गों, महिलाओं और युवाओं को अपनी छोटी-छोटी समस्याओं के लिए जिला मुख्यालयों के चक्कर न काटने पड़ें। अधिकारी स्वयं गाँव आएँगे और जनता के द्वार पर समस्याओं का निस्तारण करेंगे।”
शिक्षा पर विशेष ध्यान: इंटर कॉलेज के जीर्णोद्धार की घोषणा
शिविर के दौरान स्थानीय ग्रामीणों और छात्रों ने पीएम श्री राजकीय इंटर कॉलेज, जैनोली के जर्जर भवन की समस्या मुख्यमंत्री के समक्ष रखी। भवन की दयनीय स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने मंच से ही विद्यालय भवन के तत्काल जीर्णोद्धार की घोषणा की। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि विद्यार्थियों को सुरक्षित और आधुनिक शैक्षणिक वातावरण देना सरकार की प्राथमिकता है और इसमें किसी भी प्रकार की देरी क्षम्य नहीं होगी।
बहुउद्देशीय शिविर की मुख्य विशेषताएं
शिविर में स्वास्थ्य, समाज कल्याण, राजस्व, कृषि और उद्यान विभाग सहित दर्जनों विभागों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
| विभाग | दी गई सेवाएं/सुविधाएं |
| स्वास्थ्य विभाग | निशुल्क जांच, दवा वितरण और आयुष्मान कार्ड पंजीकरण। |
| समाज कल्याण | वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांग पेंशन से संबंधित मामलों का निस्तारण। |
| राजस्व विभाग | आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र हेतु आवेदन। |
| कृषि एवं उद्यान | किसानों को सरकारी योजनाओं की जानकारी और उन्नत बीजों का वितरण। |
संवाद और सहभागिता: शासन-प्रदान के बीच बढ़ा विश्वास
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में ‘प्रशासन गाँव की ओर’ अभियान को शासन और जनता के बीच की दूरी कम करने वाला सेतु बताया। उन्होंने कहा कि यह अभियान पारदर्शिता और जवाबदेही तय करने का एक सशक्त माध्यम है। जब अधिकारी और जनता एक ही मंच पर होते हैं, तो न केवल फाइलों का बोझ कम होता है, बल्कि जनता का लोकतंत्र पर विश्वास भी गहरा होता है।
गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक प्रमोद नैनवाल ने क्षेत्र की विकास योजनाओं पर प्रकाश डाला। जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि शिविर में प्राप्त समस्त शिकायतों का एक सप्ताह के भीतर पोर्टल पर अपडेट कर समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी रामजीशरण शर्मा, जॉइंट मजिस्ट्रेट गौरी प्रभात सहित भारी संख्या में ग्रामीण और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
निष्कर्ष: जनता की जीत का मॉडल
जैनोली में आयोजित यह बहुउद्देशीय शिविर इस बात का प्रमाण है कि उत्तराखंड में जन-सुनवाई की संस्कृति बदल रही है। मुख्यमंत्री का सीधे आमजन से संवाद करना और मौके पर ही निर्णय लेना न केवल प्रशासनिक कार्यक्षमता को दर्शाता है, बल्कि अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक सरकार की पहुँच को भी पुख्ता करता है।



