
चंडीगढ़: पंजाब में जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों के लिए बुधवार को जारी रुझानों और अब तक घोषित नतीजों में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने स्पष्ट बढ़त बना ली है। मतगणना अभी जारी है, ऐसे में अंतिम परिणाम आना बाकी हैं, लेकिन शुरुआती आंकड़े राज्य की स्थानीय सरकारों में ‘आप’ की मजबूत स्थिति की ओर इशारा कर रहे हैं।
अब तक सामने आए रुझानों के अनुसार, जिला परिषदों और पंचायत समितियों के अधिकांश क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी आगे चल रही है। कांग्रेस दूसरे स्थान पर बनी हुई है, जबकि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) तीसरे स्थान पर है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी कई क्षेत्रों में मुकाबले में रही है, हालांकि उसकी स्थिति प्रमुख रूप से शहरी या सीमित क्षेत्रों तक सिमटी दिख रही है।
14 दिसंबर को हुआ था मतदान
राज्य की 22 जिला परिषदों के 347 निर्वाचन क्षेत्रों और 153 पंचायत समितियों के 2,838 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 14 दिसंबर को मतदान कराया गया था। इन चुनावों को 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक दलों के लिए सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजे अक्सर जमीनी स्तर पर जनता की राजनीतिक सोच को दर्शाते हैं।
‘आप’ ने बताया जन-केंद्रित नीतियों का समर्थन
आम आदमी पार्टी ने शुरुआती नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार की जन-केंद्रित नीतियों का “स्पष्ट समर्थन” बताया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए गए कदमों का असर इन चुनावी रुझानों में साफ नजर आ रहा है।
विपक्ष के गंभीर आरोप
वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने मतदान प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं। दोनों दलों ने आरोप लगाया कि 14 दिसंबर को मतदान के दौरान कई जगहों पर “खुलेआम धांधली” की गई। इससे पहले भी कांग्रेस और शिअद ने मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार पर सरकारी तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगाया था। विपक्ष का दावा है कि उनके उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने से रोका गया और कई जगहों पर नामांकन रद्द कराए गए।
पार्टी चिह्नों पर लड़े गए चुनाव
इन चुनावों की एक अहम खासियत यह रही कि आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी सहित सभी प्रमुख दलों के उम्मीदवारों ने पार्टी चिह्नों पर चुनाव लड़ा। इससे मुकाबला और अधिक सीधा और राजनीतिक रूप से अहम बन गया।
अंतिम नतीजों पर टिकी निगाहें
फिलहाल राज्य भर में मतगणना जारी है और प्रशासन की ओर से कहा गया है कि पूरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही अंतिम तस्वीर साफ होगी। हालांकि शुरुआती रुझानों ने यह संकेत दे दिया है कि पंजाब की ग्रामीण राजनीति में आम आदमी पार्टी ने अपनी पकड़ मजबूत की है।
अब सबकी निगाहें अंतिम परिणामों पर टिकी हैं, जो यह तय करेंगे कि क्या ‘आप’ इस बढ़त को निर्णायक जीत में बदल पाती है या विपक्ष अंतिम दौर में वापसी करने में सफल होता है।



