
सहरसा (बिहार), 24 अक्टूबर 2025 | सहरसा रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। जनसेवा एक्सप्रेस की जनरल बोगी में चार्जिंग के दौरान मोबाइल फोन फटने से अचानक आग लग गई। देखते ही देखते पूरा डिब्बा धुएं से भर गया और यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। मौके पर पहुंचे रेलकर्मियों और अग्निशमन दल की तत्परता से आग पर काबू पा लिया गया। सौभाग्य से किसी यात्री की जान नहीं गई।
चार्जिंग पर रखे मोबाइल में हुआ धमाका
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना उस वक्त हुई जब ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर दो पर खड़ी थी। एक यात्री ने जनरल बोगी में अपना मोबाइल चार्जिंग पॉइंट में लगाया हुआ था। कुछ ही देर में फोन से चिंगारियां निकलीं और जोरदार धमाके के साथ उसमें विस्फोट हो गया। विस्फोट इतना तेज था कि बोगी की सीटें और आसपास रखे यात्रियों के सामान में आग पकड़ ली।
घबराहट में भागे यात्री, रेलकर्मियों ने समय रहते बुझाई आग
धमाका सुनते ही यात्रियों में भगदड़ मच गई। लोग ट्रेन से कूदकर प्लेटफॉर्म की ओर भागने लगे। ट्रेन के गार्ड और आरपीएफ जवानों ने तुरंत चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका और फायर एक्सटिंग्विशर की मदद से आग बुझाने का प्रयास शुरू किया।
करीब 15 मिनट की मशक्कत के बाद आग पूरी तरह काबू में आ गई। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि बोगी में लगी सीटों का कुछ हिस्सा जल गया, लेकिन समय पर कार्रवाई से बड़ा नुकसान टल गया।
स्थानीय लोगों ने भी दिखाई तत्परता
घटना की जानकारी मिलते ही स्टेशन पर मौजूद स्थानीय लोग और यात्री मदद के लिए आगे आए। कई लोगों ने बोगी से धुआं निकालने और घायलों को बाहर लाने में मदद की। रेलवे कर्मियों के साथ मिलकर लोगों ने राहत कार्य में सक्रिय भूमिका निभाई।
पुराने मोबाइल और नकली चार्जर से हुआ हादसा
रेलवे सूत्रों ने बताया कि जिस मोबाइल फोन में ब्लास्ट हुआ, वह एक पुराना चाइनीज मॉडल था। प्राथमिक जांच में पता चला कि चार्जर भी स्थानीय बाजार से खरीदा गया सस्ता नकली चार्जर था। अधिक गर्मी और ओवरचार्जिंग के कारण बैटरी फटने से विस्फोट हुआ।
पुलिस ने मौके से मोबाइल के जले हुए हिस्से बरामद कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं।
रेल यातायात प्रभावित, प्रभावित बोगी को हटाकर भेजी गई ट्रेन
घटना के बाद जनसेवा एक्सप्रेस को तुरंत रोका गया और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। अधिकारियों ने जांच के बाद आग से प्रभावित बोगी को ट्रेन से अलग कर दिया। लगभग एक घंटे की देरी के बाद ट्रेन को सहरसा से रवाना किया गया।
इस दौरान स्टेशन परिसर में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की गई और यात्रियों को दूसरे डिब्बों में शिफ्ट किया गया।
रेल प्रशासन ने यात्रियों से की अपील
रेल प्रशासन ने यात्रियों से यात्रा के दौरान सतर्कता बरतने की अपील की है। अधिकारियों ने कहा कि “मोबाइल, लैपटॉप या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को लंबे समय तक चार्जिंग पर न छोड़ें। सस्ते चार्जर और पावर बैंक का उपयोग दुर्घटना को आमंत्रण दे सकता है।”
बड़ी त्रासदी से बचा सहरसा स्टेशन
अधिकारियों का मानना है कि अगर यह हादसा ट्रेन के चलने के दौरान होता, तो स्थिति भयावह हो सकती थी। फिलहाल जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम पूरे मामले की जांच कर रही है।
यह घटना यात्रियों के लिए एक गंभीर सबक है — थोड़ी सी लापरवाही भी रेल यात्रा के दौरान जानलेवा साबित हो सकती है। रेलवे सुरक्षा के साथ समझौता नहीं करेगा, और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग पर सख्त निगरानी रखी जाएगी।
 
				


