
अरपोरा (नॉर्थ गोवा)। गोवा के प्रसिद्ध पर्यटन क्षेत्र अरपोरा में शनिवार देर रात एक नाइट क्लब में लगी भीषण आग ने बेहद दर्दनाक हादसे का रूप ले लिया। रात करीब 11 से 12 बजे के बीच हुई इस घटना में 25 लोगों की मौत हो गई, जबकि 7 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका इलाज जारी है। मरने वालों में 3–4 पर्यटक, जबकि बाकी क्लब और होटल में काम करने वाले कर्मचारी बताए जा रहे हैं।
स्थानीय पुलिस, फायर डिपार्टमेंट और प्रशासन ने घटनास्थल पर तुरंत राहत कार्य शुरू किया। हालांकि आग लगने का वास्तविक कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रारंभिक जांच में सिलेंडर ब्लास्ट होने की आशंका व्यक्त की गई है।
कम भीड़ होने से टला बड़ा हादसा, सुरक्षा कर्मियों ने बताया—“1–2 घंटे में क्लब भर जाने वाला था”
गोवा का यह नाइट क्लब रात में पर्यटकों और स्थानीय लोगों की पसंदीदा जगहों में से एक माना जाता है। शनिवार होने के कारण रात करीब 1 बजे क्लब में भारी भीड़ होने की संभावना थी। लेकिन हादसे के समय क्लब में अपेक्षाकृत कम लोग मौजूद थे।
सिक्योरिटी गार्ड संजय कुमार गुप्ता ने बताया—
“घटना रात 11 से 12 बजे के बीच हुई। हम सब गेट पर थे। कुछ ही देर में DJ, डांसर और बड़ी संख्या में लोग आने वाले थे। अगर हादसा 1 या 2 घंटे बाद होता तो स्थिति कहीं अधिक भयावह होती।”
उनका मानना है कि कम भीड़ होने के कारण टूरिस्टों की बड़ी संख्या बच गई, नहीं तो मृतकों की संख्या कई गुना बढ़ सकती थी।
गवाहों के बयान: जोरदार धमाका और फिर आग की लपटें
घटना के बाद कई प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग लगने से पहले एक बड़ा धमाका सुना गया। स्थानीय निवासियों का दावा है कि उन्होंने पास के इलाके में अचानक तेज़ आवाज सुनी और कुछ ही क्षण बाद दूर से आग की लपटें दिखाई देने लगीं।
एक अन्य गार्ड ने बताया—
“रेस्टोरेंट के पास खड़े थे तभी हमने जोरदार ब्लास्ट की आवाज सुनी। बाद में पता चला कि आग सिलेंडर फटने के बाद लगी।”
घटना स्थल पर मौजूद एक स्थानीय निवासी ने कहा—
“मैं घर जा रहा था, तभी तेज धमाका हुआ। थोड़ी देर में कई एंबुलेंसें मौके पर पहुंचने लगीं। जब हम उस जगह पहुँचे, तब तक आग काफी फैल चुकी थी और अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला जा रहा था।”
धुएं से दम घुटना रही मौतों का प्रमुख कारण
फायर डिपार्टमेंट की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, क्लबहाउस के अंदर अत्यधिक धुआं भर गया था। कई लोग नीचे की मंजिल और स्टाफ एरिया में फंसे रह गए।
अधिकांश मौतें दम घुटने (स्मोक इनहेलेशन) के कारण हुईं।
फायर अधिकारियों के अनुसार, आग तेजी से पूरे परिसर में फैल गई क्योंकि अंदर लकड़ी और फोम आधारित सजावट का इस्तेमाल हुआ था। इससे धुआं भारी मात्रा में बाहर निकलने लगा।
पुलिस ने की पुष्टि: 25 मृतक, 7 घायल—जांच जारी
नॉर्थ गोवा पुलिस ने बताया कि आग अरपोरा के रोमियो लेन के पास स्थित बर्च नाइट क्लब में लगी थी। पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार:
- कुल 25 लोगों की मौत,
- इनमें 4 पर्यटक,
- 14 क्लब स्टाफ,
- और बाकी अन्य कर्मचारी या स्थानीय लोग शामिल हैं।
- 7 लोग घायल हैं और अस्पताल में भर्ती हैं।
पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से फॉरेंसिक टीम ने नमूने लिए हैं और आग लगने के कारणों की विस्तृत जांच जारी है।
PM मोदी और राष्ट्रपति ने जताया शोक, मुआवजा घोषित
इस हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई केंद्रीय मंत्रियों ने दुख व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से घोषणा की गई:
- मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख मुआवजा
- घायलों को ₹50,000 की सहायता राशि
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा—
“गोवा में हुई आग की घटना अत्यंत दुखद है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएँ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। प्रशासन राहत कार्य में तेजी से जुटा है।”
क्या थी आग लगने की वजह? पुलिस की जांच जारी
हालांकि पुलिस ने आधिकारिक रूप से आग का कारण घोषित नहीं किया है, लेकिन प्रारंभिक जाँच में यह बातें सामने आ रही हैं—
संभावित कारण:
- सिलेंडर ब्लास्ट
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग लगने से ठीक पहले जबरदस्त धमाका हुआ। - शॉर्ट सर्किट
क्लब में उच्च वोल्टेज की लाइटिंग और DJ सिस्टम उपयोग में था। - सुरक्षा मानकों की कमी
प्रारंभिक रिपोर्ट में यह भी संकेत मिला है कि फायर सेफ्टी सिस्टम पूरी तरह सक्रिय नहीं था।
फायर विभाग और पुलिस की संयुक्त जांच रिपोर्ट आने में कुछ दिन लग सकते हैं।
गोवा के पर्यटन उद्योग के लिए बड़ा झटका
यह घटना उस समय हुई है जब क्रिसमस और नए साल से पहले गोवा में सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं। ऐसे में यह हादसा—
- पर्यटन उद्योग के लिए बड़ा झटका,
- सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल,
- क्लब और रेस्तरां पर निगरानी बढ़ाने की जरूरत
जैसे मुद्दे उभार रहा है। राज्य सरकार ने सभी नाइट क्लबों और होटलों के फायर सेफ्टी ऑडिट का आदेश देने पर विचार शुरू कर दिया है।
निष्कर्ष
अरपोरा नाइट क्लब में लगी आग ने एक बार फिर मनोरंजन स्थलों में सुरक्षा व्यवस्थाओं की वास्तविक स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि हादसा 1–2 घंटे बाद होता, जब क्लब में भीड़ उमड़ती है, तो मृतकों की संख्या कई गुना अधिक हो सकती थी।
पुलिस, फायर डिपार्टमेंट और प्रशासन द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई के बावजूद यह दुखद घटना गोवा के पर्यटन सेक्टर के लिए गंभीर चेतावनी है: सुरक्षा मानकों पर किसी प्रकार की लापरवाही भारी त्रासदी का कारण बन सकती है।



