
नई दिल्ली: उत्तर भारत में एक बार फिर कड़ाके की ठंड दस्तक देने जा रही है। मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी करते हुए बताया कि 20–21 नवंबर के बाद उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में शीत लहर का नया दौर शुरू हो सकता है। तापमान में तेजी से गिरावट की संभावना जताई गई है। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद सहित एनसीआर के कई इलाकों में सुबह और देर रात का कोहरा अब लोगों को परेशान करने लगा है।
दिल्ली–एनसीआर में न्यूनतम तापमान लगातार नीचे जा रहा है। राजधानी में तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि नोएडा में 14 डिग्री, गाजियाबाद में 13 डिग्री और गुरुग्राम में 13 डिग्री तापमान रिकॉर्ड हुआ। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत के अधिकांश शहरों में अगले 48 घंटों के भीतर तापमान और गिर सकता है, जिसके चलते ठंड का असर और अधिक बढ़ने की संभावना है।
सिर्फ उत्तर भारत ही नहीं, बल्कि मध्य भारत और दक्षिण के कुछ हिस्सों में भी शीत लहर का असर दिखने लगा है। मध्य प्रदेश के कई इलाकों में 20 नवंबर को शीत लहर से लेकर भयंकर शीत लहर जैसी स्थिति बनने के आसार हैं। 21 नवंबर को मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी मध्य प्रदेश और तेलंगाना में भी ठंडी हवाओं और गिरते तापमान के कारण शीत लहर की स्थिति बन सकती है। वहीं ओडिशा, असम, मेघालय, त्रिपुरा और हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है।
इस बीच दक्षिण और पूर्वी तटीय इलाकों में बारिश का दौर भी जारी रहने वाला है। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार, 21 नवंबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। तमिलनाडु में 19 से 25 नवंबर तक और केरल व माहे में 19 नवंबर तथा 21 से 24 नवंबर के बीच भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है। 19 नवंबर को लक्षद्वीप में भी भारी वर्षा का अलर्ट है। तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में 25 नवंबर को भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
पंजाब में तापमान में गिरावट सबसे ज्यादा दर्ज हुई है। राज्य का फरीदकोट इस समय सबसे ठंडा स्थान है, जहां न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। बठिंडा में तापमान 7.8 डिग्री रहा, जो इस सीजन की सबसे सर्द रातों में से एक रहा। गुरदासपुर में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री, अमृतसर में 9.1 डिग्री, लुधियाना में 9.4 डिग्री, पटियाला में 9.5 डिग्री और फिरोजपुर में 8.7 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि उत्तर भारत में अगले कुछ दिनों में शीतलहर, कोहरा और गिरते तापमान के चलते जनजीवन प्रभावित हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्द हवाओं का यह दौर नवंबर के अंतिम सप्ताह में और तेज हो सकता है, जिसके चलते लोगों को स्वास्थ्य एवं यात्रा संबंधी सावधानियाँ बरतने की आवश्यकता है।



